मोहाली के सोहना गांव में हुए एक दर्दनाक बहुमंजिला इमारत हादसे में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में बिल्डिंग के मालिक परविंदर, गगनदीप और ठेकेदार शामिल हैं। यह हादसा बीते दिनों हुआ था, जब एक बहुमंजिला इमारत अचानक गिर गई, जिससे मलबे में दबने से दो लोगों की मौत हो गई।
हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर एन.डी.आर.एफ. (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स), सेना, पुलिस, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने मिलकर 23 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। रेस्क्यू ऑपरेशन तब तेज हुआ जब एक गंभीर रूप से घायल लड़की को मलबे से बाहर निकाला गया। ऑपरेशन के दौरान एस.एस.पी. दीपक पारीक और नगर निगम कमिश्नर टी बेनिथ ने बताया कि मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए कड़ी मेहनत की गई।
रविवार शाम तक चले इस ऑपरेशन के बाद एन.डी.आर.एफ. ने पुष्टि की कि मलबे में किसी और के दबे होने की संभावना नहीं है। एन.डी.आर.एफ. द्वारा ऑपरेशन को पूरा घोषित करने से पहले मलबे की गहन जांच की गई। इस दौरान दो लोगों की मौत की पुष्टि की गई, जिनमें से एक हिमाचल की दृष्टि (20) और दूसरे अंबाला के अभिषेक धनवाल (30) थे।
हादसे के बाद प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। उपमंडल मजिस्ट्रेट मोहाली, दमनदीप कौर को जांच की जिम्मेदारी सौपी गई है और तीन सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। इस जांच के माध्यम से हादसे की जिम्मेदारी तय करने का प्रयास किया जाएगा।
जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने इस पूरे ऑपरेशन की बारीकी से निगरानी की। हादसे के बाद यह स्पष्ट हो गया कि भवन निर्माण में कुछ खामियां रही होंगी, जिनकी वजह से यह हादसा हुआ। पुलिस की ओर से की गई गिरफ्तारियों और मजिस्ट्रेट जांच के आदेश से यह संकेत मिलता है कि हादसे की पूरी जिम्मेदारी तय करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना ने मोहाली के नागरिकों को गहरी चिंता में डाल दिया है, क्योंकि यह हादसा किसी बड़े निर्माण से जुड़ी लापरवाही को उजागर करता है। प्रशासन का कहना है कि इस हादसे के बाद निर्माण नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।