पंजाब सरकार का बड़ा कदम: CRM मशीनों पर 50% सब्सिडी, पराली की समस्या का तकनीकी समाधान
पंजाब सरकार ने पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सरकार ने CRM (Crop Residue Management) मशीनों पर व्यक्तिगत किसानों को 50% सब्सिडी देने की घोषणा की है। इस कदम से किसानों को पराली संभालने में मदद मिलेगी और इससे प्रदूषण को कम करने में भी सहायता मिलेगी। यह योजना किसानों को नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी और कृषि में स्थिरता बनाए रखने में मदद करेगी।
इस योजना के तहत किसानों को विभिन्न प्रकार की मशीनों पर सब्सिडी दी जा रही है, ताकि वे अपनी फसलों के अवशेषों को जलाए बिना, उन्हें सही तरीके से निपटा सकें। इससे न केवल पर्यावरण की रक्षा होगी, बल्कि मृदा की उपजाऊ क्षमता भी बनी रहेगी। इसके साथ ही, कृषि उत्पादन में भी स्थिरता बनी रहेगी।
इसके अलावा, पंजाब सरकार किसान समूहों, पंचायतों, सहकारी समितियों और Farmer Producer Organizations (FPOs) को CRM मशीनों पर 80% तक सब्सिडी प्रदान कर रही है। इसका उद्देश्य छोटे और मझेले किसानों तक इन मशीनों की पहुंच सुनिश्चित करना है, ताकि वे कृषि में नई तकनीकों का प्रयोग कर सकें और पर्यावरण को नुकसान से बचा सकें।
यहां पर कुछ CRM मशीनों की सूची दी गई है, जो सब्सिडी के तहत उपलब्ध कराई जा रही हैं:
- हैपी सीडर (Happy Seeder): यह मशीन पराली सहित बीज बोने के लिए प्रयोग की जाती है।
- स्ट्रॉ चॉपर (Straw Chopper): यह मशीन पराली को काटकर खेत में मिलाने का काम करती है।
- मल्चर (Mulcher): यह मशीन फसल के अवशेषों को मिट्टी में मिलाने के लिए काम आती है।
- रीपर-कम-बाइंडर (Reaper-cum-Binder): यह मशीन धान और गेहूं की फसल को काटने के लिए प्रयोग की जाती है।
- बेलर (Baler): इस मशीन का उपयोग पराली को बेलों में बांधने और संकलित करने के लिए किया जाता है।
- पैडी स्ट्रॉ ब्लोअर (Paddy Straw Blower): यह मशीन पराली को खेतों में दूर-दूर तक फैलाने का काम करती है।
यह सब्सिडी योजना किसानों के लिए एक बड़ा सहारा है, खासकर उन किसानों के लिए जो पराली जलाने के बजाय उसे अच्छे तरीके से निपटाने के लिए तंत्रज्ञान का इस्तेमाल करना चाहते हैं। इससे पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा और किसानों को बेहतर तकनीकी सहायता मिलेगी। यह कदम पंजाब सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में नवीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।