पंजाब को सुरक्षित और अपराधमुक्त राज्य बनाने के अभियान के तहत पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। महाराष्ट्र पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन में फाजिल्का जिले के एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जो गत माह मुंबई में चर्चित बाबा सिद्दीकी हत्याकांड से जुड़ा हुआ है।
पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान आकाश गिल के रूप में हुई है। आकाश फाजिल्का जिले के पक्का चिश्ती का निवासी है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि आरोपी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य है। यह गैंग बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए जिम्मेदार है और आकाश गिल ने हत्या में शामिल शूटरों को लॉजिस्टिक सहायता उपलब्ध कराई थी।
डीजीपी गौरव यादव का बयान
डीजीपी गौरव यादव ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट करते हुए इस गिरफ्तारी की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, “पंजाब पुलिस एजीटीएफ ने महाराष्ट्र पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य है और हत्याकांड में शामिल शूटरों को सहायता प्रदान कर रहा था।”
मुंबई पुलिस को सौंपा गया आरोपी
डीजीपी ने बताया कि आरोपी को आवश्यक कानूनी प्रक्रियाओं के तहत मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया है ताकि आगे की जांच को गति मिल सके। इस गिरफ्तारी से हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपियों तक पहुंचने में भी मदद मिलने की संभावना है।
संयुक्त ऑपरेशन की कार्यवाही
एडीजीपी एजीटीएफ प्रमोद बान ने इस कार्रवाई का विस्तार से विवरण देते हुए कहा कि एआईजी एजीटीएफ संदीप गोयल की निगरानी में पुलिस टीमों ने मुंबई पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर इस केस में तेजी से कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि चल रही जांच के दौरान आकाश गिल की भूमिका सामने आई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार करने के लिए रणनीतिक योजना बनाई गई।
डीएसपी राजन परमिंदर सिंह के नेतृत्व में एजीटीएफ की टीमों ने मुंबई क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर फाजिल्का जिले में सुलेमानकी रोड पर ऑपरेशन चलाया। कार्रवाई के दौरान आरोपी को हिरासत में लिया गया। यह गिरफ्तारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नेटवर्क को कमजोर करने और इस हत्याकांड में न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का बैकग्राउंड
गत माह मुंबई में सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह मामला तब से पुलिस और जनता के लिए चर्चा का विषय बना हुआ था। जांच में यह खुलासा हुआ कि हत्याकांड को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग की सक्रिय भूमिका रही।
इस हत्याकांड ने महाराष्ट्र के साथ-साथ पंजाब में भी सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ा दी थी। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम इससे पहले भी कई गंभीर अपराधों में सामने आ चुका है, और इस गिरफ्तारी से उनके नेटवर्क की गतिविधियों पर लगाम लगाने की उम्मीद है।
पंजाब पुलिस का अपराधमुक्त अभियान
पंजाब सरकार और पुलिस प्रशासन ने राज्य को अपराधमुक्त बनाने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया है। इस टास्क फोर्स का उद्देश्य है, संगठित अपराध और गैंगस्टर गतिविधियों पर लगाम लगाना।
पिछले कुछ महीनों में पंजाब पुलिस ने कई बड़े अपराधियों को गिरफ्तार किया है और कई गिरोहों के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में आरोपी की गिरफ्तारी इस अभियान का हिस्सा है और पुलिस के प्रयासों की सफलता को दर्शाती है।
आगे की जांच पर जोर
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पुलिस अब इस केस से जुड़े अन्य आरोपियों और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों को पकड़ने के लिए अभियान तेज करेगी। इसके साथ ही, राज्य में संगठित अपराध को समाप्त करने के लिए सतर्कता और कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
इस संयुक्त ऑपरेशन ने यह साबित कर दिया है कि पंजाब पुलिस और अन्य राज्यों की पुलिस मिलकर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।