पंजाब को सुरक्षित और नशा मुक्त प्रदेश बनाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे अभियान के तहत अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में सीमा पार से चल रहे नशा और हथियार तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस अभियान में गिरोह के मुख्य सरगना समेत कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी की पहचान मनजीत सिंह उर्फ भोला (निवासी गांव झंझोटी, अजनाला) के रूप में हुई है। यह जानकारी पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने दी।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए अन्य 11 आरोपियों में अनिकेत वर्मा (निवासी छेहरटा), जोबनप्रीत सिंह उर्फ जोबन (निवासी छेहरटा), बबली (निवासी नारायणगढ़, छेहरटा), हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी (निवासी गुरु की वडाली), अमृतपाल सिंह उर्फ अंश (निवासी नारायणगढ़, छेहरटा), रेशमा (निवासी करतार नगर, छेहरटा), हर्षप्रीत सिंह उर्फ हरमन उर्फ हम्मा (निवासी गांव ठंडा, अमृतसर), मनदीप सिंह उर्फ कौशल उर्फ जोशी (निवासी गांव फतेहपुर, अमृतसर), गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, लवप्रीत सिंह उर्फ जशन (दोनों निवासी गांव फतेहपुर) और आकाशदीप सिंह उर्फ अर्श (निवासी छेहरटा) शामिल हैं।
बरामदगी
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 2.19 किलो हेरोइन, तीन अत्याधुनिक पिस्तौल (दो ऑटोमैटिक पिस्तौल सहित), 2.60 लाख रुपये की ड्रग मनी और एक टोयोटा फॉर्च्यूनर गाड़ी बरामद की है।
गिरोह का नेटवर्क और तस्करी का तरीका
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना मनजीत सिंह उर्फ भोला पाकिस्तान स्थित तस्करों और हैंडलर्स के साथ सीधे संपर्क में था। वह ड्रोन की मदद से नशा और हथियारों की खेप सीमा पार से मंगवाता था। जांच में खुलासा हुआ है कि ड्रोन की मदद से ये खेप रमदास और अजनाला बॉर्डर सेक्टरों पर गिराई जाती थीं।
पुलिस कार्रवाई और जांच
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर (सीपी) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि अनिकेत वर्मा के नशा तस्करी में शामिल होने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई की और उसे गिरफ्तार कर लिया। अनिकेत की गिरफ्तारी के बाद पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ। मुख्य सरगना मनजीत उर्फ भोला और उसके साथियों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया। इनमें से पांच आरोपियों को जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद से वहां से पकड़ा गया।
सीपी भुल्लर ने यह भी बताया कि आरोपी मनजीत सिंह उर्फ भोला गिरफ्तार महिला बबली के घर का इस्तेमाल खेप को छिपाने के लिए करता था। बबली एक आंगनवाड़ी वर्कर है। यह गिरोह खेप को आगे वितरित करने में एक संगठित तरीके से काम करता था।
आगे की जांच और गिरफ्तारियां संभावित
पुलिस ने बताया कि पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए जांच जारी है। गिरोह के अन्य सदस्यों और गतिविधियों का पता लगाने के लिए और गिरफ्तारियां और बरामदगी होने की संभावना है।
मामला दर्ज
इस संबंध में थाना छेहरटा, अमृतसर में एनडीपीएस एक्ट की धाराओं 21(बी), (सी)/27-ए और 29 के तहत एफआईआर संख्या 226, दिनांक 24.12.2024 को मामला दर्ज किया गया है।
पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता
पंजाब पुलिस लगातार नशा और हथियार तस्करी को रोकने और प्रदेश को सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस सफलता ने न केवल तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, बल्कि यह प्रदेश में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान की एक महत्वपूर्ण कड़ी भी है।