बिहार सरकार ने गया में मेट्रो रेल बनाने का ऐलान किया है, और अब यह परियोजना एक बड़े कदम की ओर बढ़ रही है। शुक्रवार को गया जिले के समाहरणालय में मेट्रो रूट निर्धारण को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधि और मेट्रो अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में गया मेट्रो के रूट को अंतिम रूप दिया गया है, और इस परियोजना के लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है।
गया मेट्रो के निर्माण के तहत दो प्रमुख कॉरिडोर बनाए जाएंगे, जिनकी कुल लंबाई 36 किलोमीटर होगी। पहला कॉरिडोर आईआईएम बोधगया से रेलवे स्टेशन होते हुए सनसिटी चाकन्द तक जाएगा, जिसकी कुल लंबाई लगभग 23 किलोमीटर होगी। इस कॉरिडोर में 18 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें आईआईएम बोधगया, महाबोधि मंदिर, वास्तु विहार, बीआईटी, एयरपोर्ट, गया जंक्शन, गांधी मैदान और सनसिटी जैसे प्रमुख स्थान शामिल होंगे। इसके अलावा, जिंदापुर गांव के पास 20 हेक्टेयर भूमि पर डिपोट बनाने की योजना है।
वहीं, दूसरा कॉरिडोर पहाड़पुर से लखनपुर तक 14 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें कुल 10 स्टेशन बनाए जाएंगे। इन स्टेशनों में पहाड़पुर, ब्रह्म वण, अशोक विहार कॉलोनी, श्री विष्णु पद मंदिर, बहोर बीघा, और लखनपुर जैसे स्थान शामिल हैं। इसके अलावा, लखनपुर गांव में 12 हेक्टेयर भूमि पर एक डिपोट बनाने की योजना है।
इस बैठक में अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना को 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, और यह मेट्रो सेवा गया शहर की यातायात व्यवस्था को पूरी तरह से बदलकर रखेगी। गया मेट्रो के बनने से न केवल यातायात की सुगमता बढ़ेगी, बल्कि शहर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि यह महाबोधि मंदिर और अन्य प्रमुख स्थलों के निकट स्थित होगा।
गया मेट्रो के निर्माण से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि यह परियोजना ना केवल बिहार के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी, बल्कि यहाँ के लोगों के लिए एक नई उम्मीद और विकास का रास्ता खोलेगी।