बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी “महिला संवाद यात्रा” पर आज 15 दिसंबर से निकलने वाले थे, लेकिन अब यह यात्रा टल गई है। यात्रा के टलने के कारण निजी बताए गए हैं, लेकिन नई तारीखों का अभी तक ऐलान नहीं किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, यह यात्रा अब 22 या 23 दिसंबर से शुरू हो सकती है। यह यात्रा महिलाओं के मुद्दों पर आधारित होगी, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस दौरान महिलाओं से सीधे संवाद करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह यात्रा 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री अपनी प्रमुख योजनाओं की समीक्षा भी करेंगे, जिनमें सात निश्चय योजना और जल जीवन हरियाली योजना शामिल हैं। साथ ही, वे जीविका दीदियों से भी बातचीत करेंगे और उनकी समस्याओं को जानने की कोशिश करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह यात्रा राज्य के सभी जिलों में आयोजित की जाएगी और इसका खर्च करीब 225 करोड़ रुपये होगा। इस खर्च को लेकर विपक्ष, खासकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, मुख्यमंत्री पर हमला कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने हाल ही में ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री की यात्रा पर होने वाले खर्चे पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि यात्रा और महिलाओं के नाम पर प्रचार-प्रसार के लिए 104 करोड़ रुपये और चाय-पानी और अल्पाहार के लिए 114 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। तेजस्वी ने इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की “अलट-पलट वाली छवि को सुधारने की कोशिश” करार दिया।
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री की इस यात्रा पर आरोप लगाया कि यह पूरी यात्रा सिर्फ राज्य के खजाने का दुरुपयोग है, जबकि राज्य में कई जरूरी मुद्दों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री की यह यात्रा केवल चुनावी रणनीति के तौर पर दिखाई देती है और इसका मुख्य उद्देश्य जनता को यह संदेश देना है कि वे महिलाओं के मुद्दों पर सक्रिय हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य राज्य में महिलाओं के साथ सीधे संवाद स्थापित करना और उनकी समस्याओं को सुनकर उन्हें हल करने का रास्ता खोजना है। उनका कहना था कि यह यात्रा सिर्फ चुनावी प्रोपेगेंडा नहीं है, बल्कि यह बिहार में महिलाओं के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह यात्रा मुख्यमंत्री की योजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के साथ-साथ बिहार की महिलाओं की समस्याओं का समाधान निकालने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। नीतीश कुमार का कहना है कि यह यात्रा उनके कार्यकाल में हुई सामाजिक और विकासात्मक योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करने का एक अवसर होगी, ताकि वे अपनी समस्याओं को सीधे मुख्यमंत्री से साझा कर सकें और उन्हें उचित समाधान मिल सके।
हालांकि विपक्ष द्वारा यात्रा के खर्चे पर सवाल उठाए जा रहे हैं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थक इसे राज्य की जनता के लिए एक आवश्यक कदम मानते हैं, जो महिलाओं के मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने और उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।