
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के घर आज सुबह विजिलेंस विभाग की ओर से बड़ी रेड की गई। यह कार्रवाई अमृतसर स्थित उनके ग्रीन एवेन्यू वाले घर पर की गई। जानकारी के मुताबिक, यह छापा नशा तस्करी से जुड़े मामले में मारा गया है। विजिलेंस की इस रेड के बाद मजीठिया को हिरासत में ले लिया गया है और उन्हें मोहोाली ले जाया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान विजिलेंस टीम को मजीठिया के घर से 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरियां और कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। इन सामानों की जांच के बाद इस केस में और भी नए खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
बताया गया है कि यह रेड सुबह करीब 6 बजे शुरू हुई, जब विजिलेंस एसएसपी लखबीर सिंह की अगुवाई में करीब 15 अधिकारियों की टीम मजीठिया के घर पहुंची। इस दौरान मजीठिया और विजिलेंस अधिकारियों के बीच कहासुनी भी हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मजीठिया ने जांच में सहयोग नहीं किया और कानूनी कार्रवाई में रुकावट डालने की कोशिश की।
विजिलेंस एसएसपी ने बयान दिया कि मजीठिया जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और कानूनी प्रक्रिया में बाधा डाल रहे हैं, जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई और तेज की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि इस समय अकाली दल के कई नेताओं पर नशा कारोबार में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं और यह रेड उसी संदर्भ में देखी जा रही है। खास बात यह रही कि एक ही समय पर मजीठिया के करीब 15 अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई, जिससे इस पूरे अभियान को बेहद सख्त और योजनाबद्ध माना जा रहा है।
विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद पंजाब की राजनीति में हलचल मच गई है। जहां विपक्ष इसे बदले की भावना बता रहा है, वहीं सरकार इसे कानून के तहत जरूरी कार्रवाई कह रही है। अब देखना होगा कि आगे जांच में क्या कुछ सामने आता है और मजीठिया के खिलाफ क्या साक्ष्य इकट्ठे होते हैं।
फिलहाल मजीठिया हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ जारी है। जांच एजेंसियों का कहना है कि बरामद दस्तावेज़ और डिजिटल उपकरणों की गहराई से जांच की जाएगी।