
पाकिस्तान में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बलूचिस्तान में रविवार (16 मार्च) को पाकिस्तानी सेना के काफिले पर बड़ा हमला हुआ, जिससे पूरे देश में हड़कंप मच गया। इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है। BLA ने दावा किया कि हमले में पाक सेना के 90 जवान मारे गए और कई वाहन नष्ट हो गए।
कैसे हुआ हमला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमला नोशकी इलाके के आरसीडी हाईवे पर हुआ। पहले वहां कई धमाके हुए, फिर अचानक भारी गोलीबारी शुरू हो गई। इससे सेना के काफिले में अफरातफरी मच गई। हमले के बाद इलाके में कई एंबुलेंस और सुरक्षा बलों को भेजा गया, वहीं अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई।
BLA के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा कि उनकी मजीद ब्रिगेड ने यह हमला किया। उनके अनुसार, पाक सेना के काफिले में 8 गाड़ियां थीं, जिनमें से एक पूरी तरह नष्ट हो गई।
पाक मीडिया का अलग दावा
हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया इस हमले में 90 सैनिकों के मारे जाने की बात से इनकार कर रहा है। पाक मीडिया के मुताबिक, हमले में सिर्फ 7 यात्रियों की मौत हुई और 35 लोग घायल हुए। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने घटना स्थल की घेराबंदी कर दी है और जांच जारी है।
BLA का जाफर एक्सप्रेस हाईजैक कांड
इससे पहले 12 मार्च को BLA ने क्वेटा से पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया था। ट्रेन में 400 से ज्यादा यात्री सवार थे। BLA ने बलूच नेताओं की रिहाई और बलूचिस्तान से पाक अधिकारियों को हटाने की मांग की थी।
उन्होंने पाक सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन पाक सेना ने तुरंत ऑपरेशन शुरू कर दिया। करीब 30 घंटे तक चले इस ऑपरेशन के बाद, पाक सेना ने सभी बंधकों को छुड़ाने और 33 बलूच लड़ाकों को मारने का दावा किया।
बलूचिस्तान में क्यों बढ़ रहे हैं हमले?
बलूचिस्तान लंबे समय से पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ विद्रोह का केंद्र रहा है। वहां के अलगाववादी संगठन, खासकर BLA, पाकिस्तान सरकार से आजादी की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि पाक सेना बलूच लोगों पर अत्याचार कर रही है और वहां के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण कर रही है।
बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा पाकिस्तान सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है। पहले जाफर एक्सप्रेस का हाईजैक और अब सेना के काफिले पर हमला, यह दिखाता है कि BLA के हमले तेज हो रहे हैं। पाक सरकार की ओर से भले ही 90 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि न हो, लेकिन यह साफ है कि बलूचिस्तान में हिंसा और अस्थिरता बढ़ती जा रही है।