भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बहुप्रतीक्षित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का पहला मुकाबला 22 नवंबर से पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाएगा। पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज को लेकर दोनों टीमें पूरी तरह तैयार हैं। हालांकि, पहले टेस्ट से पहले पिच और मौसम को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है।
पिच की स्थिति: उछाल के लिए तैयार, दरारों का डर नहीं
ऑप्टस स्टेडियम और वाका की पिचें अपनी तेज रफ्तार और उछाल के लिए जानी जाती हैं। यही पिच तेज गेंदबाजों को मददगार साबित होती है। हालांकि, पर्थ में हाल के दिनों में हुई बेमौसम बारिश ने क्यूरेटर की तैयारियों में बाधा पहुंचाई है। वाका के हेड क्यूरेटर इसाक मैकडोनाल्ड ने बताया कि बारिश के कारण पिच पर पूरी दिन कवर बिछे रहे, जिससे पारंपरिक तरीके से पिच तैयार नहीं हो सकी।
मैकडोनाल्ड ने कहा, “कल पूरे दिन पिच पर कवर बिछे थे। अब हमें अगले दो दिनों में तेजी से तैयारी करनी होगी।” उन्होंने आगे कहा कि पिच पर नमी बनी रहने की संभावना है, जिससे यह पांच दिन तक नहीं टूटेगी। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार पिच पर ‘घुमावदार दरारें’ नहीं बनेंगी, लेकिन तेज गेंदबाजों को उछाल और रफ्तार का फायदा जरूर मिलेगा।
पिच पर घास और गेंदबाजों के लिए मदद
क्यूरेटर ने बताया कि पिच पर घास उगाई जा रही है, जो गेंद को समान उछाल देगी। इससे तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि पिछले वनडे में जहां पिच पर चार मिलीमीटर घास थी, वहीं इस बार यह 8-10 मिलीमीटर तक हो सकती है। इसाक ने कहा, “हमारी टीम इस पर काम कर रही है, लेकिन पिच से अच्छी रफ्तार और उछाल की उम्मीद है।”
बारिश और मौसम का हाल
पिच की तैयारी में बाधा डालने वाली बारिश के बाद अब मौसम साफ होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने शुक्रवार के बाद से आसमान साफ रहने और धूप खिलने की भविष्यवाणी की है। हालांकि, तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे पिच में तेजी से सूखने की संभावना है। क्यूरेटर ने कहा कि जल्दी से धूप खिलने से पर्थ की पारंपरिक पिच तैयार हो सकेगी।
पिछले रिकॉर्ड: गेंदबाजों के लिए मददगार पिच
पर्थ की पिच तेज गेंदबाजों के लिए हमेशा अनुकूल मानी जाती रही है। हाल ही में पाकिस्तान ने यहां खेले गए एक वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 140 रन पर ऑलआउट कर दिया था। इससे साफ होता है कि यह पिच बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होगी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट में भी पिच से तेज गेंदबाजों को भरपूर मदद मिलने की उम्मीद है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया की टीमें पूरी तैयारी में
भारतीय टीम इस बार एक मजबूत इकाई के रूप में नजर आ रही है। कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम के पास अच्छे तेज गेंदबाज हैं, जो पर्थ की इस पिच पर असरदार साबित हो सकते हैं। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाज पिच की रफ्तार और उछाल का फायदा उठा सकते हैं। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड जैसे गेंदबाज हैं, जो भारत के बल्लेबाजी क्रम को चुनौती दे सकते हैं।
पहले टेस्ट का महत्व
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हमेशा से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा का प्रतीक रही है। दोनों टीमें इस मुकाबले को जीतकर सीरीज में बढ़त बनाना चाहेंगी। पर्थ की पिच और मौसम का प्रभाव इस मुकाबले को और रोमांचक बना सकता है।
22 नवंबर से शुरू हो रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट पर्थ में खेला जाएगा। पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की पूरी उम्मीद है, जबकि बारिश के बाद मौसम साफ रहने की संभावना है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीम बेहतर प्रदर्शन कर पर्थ टेस्ट में बढ़त बनाती है।