भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाएगा। इस मुकाबले से पहले टीम इंडिया के लिए एक राहत भरी खबर आई है। चोट के चलते पहला टेस्ट मिस करने वाले शुभमन गिल के दूसरे टेस्ट में खेलने की संभावना बढ़ गई है। पर्थ टेस्ट से पहले गिल के अंगूठे में चोट लगी थी, जिससे उबरने के बाद उन्हें नेट्स में प्रैक्टिस करते देखा गया है।
कैनबेरा में अभ्यास मैच में दिख सकते हैं गिल
भारत और प्राइम मिनिस्टर्स XI के बीच कैनबेरा में अभ्यास मैच होना है। इस मैच में गिल की संभावित भागीदारी ने फैंस में उत्साह भर दिया है। चोट से उबरने के लिए उन्हें 10-14 दिनों का समय दिया गया था, और अब ऐसा लग रहा है कि गिल पूरी तरह फिट हो चुके हैं। गिल को कैनबेरा के उसी मैदान पर अभ्यास करते देखा गया, जहां अभ्यास मैच खेला जाएगा।
गिल की फिटनेस टीम इंडिया के लिए सकारात्मक संकेत
पहले टेस्ट में शुभमन गिल की जगह देवदत्त पडिक्कल को शामिल किया गया था। हालांकि, पडिक्कल प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। उन्होंने पहली पारी में शून्य और दूसरी पारी में 25 रन बनाए। इसके चलते गिल की वापसी टीम इंडिया के लिए अहम मानी जा रही है। गिल का नेट्स में लौटना इस बात का संकेत है कि वह न केवल अभ्यास मैच में खेल सकते हैं बल्कि एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट का हिस्सा भी बन सकते हैं।
क्या गिल को नंबर-3 पर खिलाना सही होगा?
पहले टेस्ट में गिल की अनुपस्थिति में केएल राहुल ने तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी की थी और उन्होंने 26 और 77 रनों की अहम पारियां खेलीं। उनकी इन पारियों ने भारत को संभालने में मदद की। खासतौर पर पहली पारी के 26 रन महत्वपूर्ण साबित हुए, जब टीम इंडिया ऑलआउट होने के कगार पर थी।
केएल राहुल की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए कई क्रिकेट पंडितों का मानना है कि तीसरे क्रम का भार राहुल को ही सौंपा जाना चाहिए। शुभमन गिल को चौथे या पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया जा सकता है। इससे टीम की बैटिंग लाइनअप और संतुलित होगी।
गिल की वापसी क्यों है महत्वपूर्ण?
- स्थिरता: गिल का तकनीकी खेल और संयम टीम इंडिया को शुरुआती झटकों से उबारने में मदद कर सकता है।
- फॉर्म: चोट से पहले गिल ने शानदार फॉर्म में बल्लेबाजी की थी और वह ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के खिलाफ टिकने की क्षमता रखते हैं।
- अनुभव: ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में गिल पहले भी अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं, जो टीम के लिए फायदेमंद होगा।
पिंक-बॉल टेस्ट की चुनौतियां
एडिलेड में होने वाला पिंक-बॉल टेस्ट तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो सकता है। शुभमन गिल की वापसी से भारत की बल्लेबाजी क्रम को मजबूती मिलेगी। कप्तान रोहित शर्मा और टीम प्रबंधन को इस बात पर विचार करना होगा कि गिल को किस क्रम पर बल्लेबाजी करानी है।