
पंजाब में पानी को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है। केंद्र सरकार द्वारा भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) के जरिए हरियाणा को अतिरिक्त पानी देने के फैसले का आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार ने खुलकर विरोध किया है। इस फैसले के खिलाफ पूरे पंजाब में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं।
इसी कड़ी में पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री महिंदर भगत ने जालंधर के बाबू जगजीवन राम चौक में पार्टी वर्करों के साथ मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पंजाब पहले ही पानी की भारी किल्लत का सामना कर रहा है, ऐसे में हरियाणा को अतिरिक्त पानी देना राज्य के हितों के खिलाफ है।
महिंदर भगत ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने हरियाणा में अपनी पार्टी की सरकार को फायदा पहुंचाने के लिए यह फैसला लिया है और यह सीधे तौर पर पंजाब के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती और यहां के किसानों का जीवन जल पर निर्भर है, और ‘आप’ सरकार पंजाबियों के हक की एक बूंद भी व्यर्थ नहीं जाने देगी।
उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार किसी भी हालत में पंजाब को नुकसान नहीं होने देगी और भाजपा की इस कार्यवाही की वह सख्त निंदा करते हैं। भगत ने यह साफ किया कि यह मुद्दा केवल राजनीति का नहीं बल्कि पंजाब के भविष्य और संसाधनों की सुरक्षा का है।
‘आप’ सरकार ने यह भी ऐलान किया है कि यदि केंद्र सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया, तो राज्य भर में और तेज़ विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। पंजाब सरकार का कहना है कि वह राज्य के जल संसाधनों की रक्षा के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ेगी।
यह विवाद अब सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन चुका है, जिस पर आने वाले दिनों में और गर्मी देखने को मिल सकती है।