
भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 3,961 हो गई है। यह चिंता की बात है क्योंकि कुछ ही दिनों में मामलों में तीन गुना से भी ज्यादा वृद्धि हुई है।
केरल में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य केरल है, जहां 1,435 एक्टिव मरीज हैं। वहां तेजी से केस सामने आ रहे हैं। केरल के बाद दिल्ली, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भी मामले बढ़ रहे हैं।
दिल्ली में युवती की मौत
राजधानी दिल्ली में 22 साल की एक युवती की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। अब तक दिल्ली में कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार तक दिल्ली में 483 संक्रमित मरीज दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 47 नए केस सिर्फ एक दिन में सामने आए। यह एक दिन में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है।
नोएडा में बढ़ा खतरा
उत्तर प्रदेश के नोएडा में भी हालात बिगड़ते दिख रहे हैं। यहां 14 नए केस सामने आए हैं, जिससे कुल एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 57 हो गई है। सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इनमें 30 पुरुष और 27 महिलाएं शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखते हुए मॉक ड्रिल की तैयारी शुरू कर दी है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
कोरोना की नई लहर का कारण: नया वेरिएंट
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि कोरोना मामलों में आई इस तेजी के पीछे ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट्स हैं। ये वेरिएंट्स अब तक हल्के लक्षण ही दिखा रहे हैं, लेकिन तेजी से फैल रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ भी सतर्क
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने LF.7 और NB.1.8 नामक वेरिएंट्स को “वॉच लिस्ट” में रखा है। इन वेरिएंट्स के कारण ही चीन और एशिया के कुछ हिस्सों में संक्रमण बढ़ा है और अब यह भारत में भी असर दिखा रहा है।
घबराने की नहीं, सतर्क रहने की जरूरत
हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से पैनिक न करने की अपील की है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह लहर अभी उतनी खतरनाक नहीं है, लेकिन मास्क पहनना, भीड़ से बचना, और हाथ धोते रहना जरूरी है।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार तैयारियों में जुटे हुए हैं ताकि जनता को किसी भी तरह की परेशानी न हो।