
देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। हर दिन नए केस सामने आ रहे हैं, जिससे सरकार और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गए हैं। बुधवार सुबह तक देश में कुल 1047 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र से सामने आए हैं, जहां 66 नए मामले मिले हैं। उत्तर प्रदेश में 10 और राजस्थान में 7 नए केस मिले हैं। कोविड-19 की वजह से मरने वालों की कुल संख्या अब 11 हो गई है।
महाराष्ट्र में हालात
महाराष्ट्र में कोरोना के केस फिर से बढ़ने लगे हैं। यहां बीते दिन 66 नए मरीज पाए गए, जिनमें से 31 केवल मुंबई शहर के हैं। राज्य में कुल एक्टिव केस की संख्या अब 325 हो गई है। मुंबई में मामले बढ़ने के बाद अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। जे जे हॉस्पिटल में 15 बेड वाला एक आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को तुरंत भर्ती किया जा सके।
उत्तर प्रदेश में भी बढ़ रहे केस
उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। 26 मई तक यहां 15 एक्टिव केस थे, लेकिन अब इनकी संख्या 25 हो गई है। गाजियाबाद में हालात थोड़ा ज्यादा चिंताजनक हैं। यहां कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। इनमें से 13 मरीज होम आइसोलेशन में हैं और एक को अस्पताल में भर्ती किया गया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गाजियाबाद में एक 4 महीने का बच्चा भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। राज्य के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है और जरूरी तैयारी करने को कहा गया है।
राजस्थान में कोरोना की वापसी
राजस्थान में भी कोरोना के केस फिर से सामने आ रहे हैं। हाल ही में राज्य में कुल 7 नए केस मिले हैं। जोधपुर में एक नवजात समेत कई मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सरकार ने यहां भी अस्पतालों और स्वास्थ्यकर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तैयारियाँ
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 26 मई तक के आंकड़े जारी किए गए थे, जिनमें देश में 1010 एक्टिव केस बताए गए थे। अब यह संख्या 1047 हो गई है। यह भले ही बड़ी संख्या न लगे, लेकिन इसे लेकर सरकार कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती। कई राज्यों ने अस्पतालों को गाइडलाइन जारी कर दी है, जिसमें साफ कहा गया है कि किसी भी इमरजेंसी के लिए तैयार रहें।
क्या करें आम लोग?
विशेषज्ञों का कहना है कि अभी घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, हाथों की सफाई करना और बीमार महसूस होने पर तुरंत जांच करवाना बेहद जरूरी है। जिन लोगों को खांसी, बुखार या सांस लेने में परेशानी हो, उन्हें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
कोरोना वायरस का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। देश में धीरे-धीरे फिर से मामले बढ़ रहे हैं, इसलिए अब भी सावधानी और सतर्कता बहुत जरूरी है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारी में जुटे हुए हैं, लेकिन आम लोगों को भी जिम्मेदारी से व्यवहार करना होगा।