नई दिल्ली, 20 दिसंबर 2024: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना को लेकर संसद की स्थायी समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट लोकसभा में पेश कर दी है। 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई इस दुर्घटना में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 अन्य सशस्त्र बल कर्मियों की मृत्यु हो गई थी। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से इस दुर्घटना का कारण “मानवीय चूक” बताया गया है।
—
घटना का विवरण
8 दिसंबर 2021 को जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य अधिकारियों को लेकर Mi-17V5 हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (DSSC) जा रहा था। उड़ान के दौरान हेलीकॉप्टर कुन्नूर के पास घने जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस वीवीआईपी हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना द्वारा दुर्गम इलाकों और महत्वपूर्ण मिशनों के लिए उपयोग किया जाता है।
रिपोर्ट के अनुसार, Mi-17V5 हेलीकॉप्टर तकनीकी रूप से सक्षम और पूरी तरह से फिट था। हालांकि, घने कोहरे और पायलट के निर्णय में हुई गलती के कारण यह हादसा हुआ।
—
मानवीय चूक बनी दुर्घटना की वजह
रक्षा संबंधी स्थायी समिति की रिपोर्ट में बताया गया है कि दुर्घटना के समय हेलीकॉप्टर के पायलट ने खराब मौसम में उड़ान जारी रखने का फैसला किया, जो घातक साबित हुआ। इस दौरान पायलट का ध्यान भटक गया, जिसके कारण हेलीकॉप्टर संतुलन खो बैठा और दुर्घटना हुई।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि 13वीं रक्षा योजना अवधि (2017-2022) के दौरान भारतीय वायुसेना में कुल 34 विमान दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें से 9 घटनाएं 2021-22 में हुई थीं।
—
कैसा था Mi-17V5 हेलीकॉप्टर?
जनरल बिपिन रावत जिस Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में सवार थे, वह दुनिया के सबसे उन्नत ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टरों में से एक है।
विशेषताएं:
दो शक्तिशाली इंजन।
दुर्गम इलाकों में संचालन के लिए डिज़ाइन।
हथियार और सैनिकों को ले जाने, गश्त, फायर सपोर्ट और सर्च-एंड-रेस्क्यू मिशन में उपयोग।
यह हेलीकॉप्टर भारतीय सेना और वायुसेना के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
—
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह: हादसे के इकलौते जीवित बचे व्यक्ति
इस दुर्घटना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बच पाए थे। उन्हें गंभीर हालत में तमिलनाडु के वेलिंगटन से बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। हालांकि, एक सप्ताह तक जीवन रक्षक उपकरणों पर रहने के बाद उनका निधन हो गया। वरुण सिंह ने अपने साहस और जुझारूपन से भारतीय वायुसेना में अद्भुत योगदान दिया था।
—
समिति की सिफारिशें
रिपोर्ट में भारतीय वायुसेना को भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पायलटों की ट्रेनिंग और मौसम संबंधी निर्णय लेने की प्रक्रिया को मजबूत बनाने की सिफारिश की गई है। इसके साथ ही, तकनीकी और मानवीय चूकों को रोकने के लिए उन्नत तकनीकों के उपयोग पर जोर दिया गया है।
—
जनरल बिपिन रावत की विरासत
जनरल बिपिन रावत ने भारतीय सेना के आधुनिकीकरण और सेना, नौसेना, वायुसेना के बीच तालमेल स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। देश उन्हें हमेशा उनके अद्वितीय नेतृत्व और देशभक्ति के लिए याद करेगा।
—
जनरल बिपिन रावत की मौत एक राष्ट्रीय त्रासदी थी। संसदीय रिपोर्ट ने दुर्घटना के पीछे मानवीय चूक को जिम्मेदार ठहराया है, जो इस दुखद घटना से सबक लेने की आवश्यकता को दर्शाता है। इस रिपोर्ट से भारतीय वायुसेना को अपनी प्रक्रियाओं को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में प्रेरणा मिलेगी।