पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन केवल पाकिस्तान में होगा, और इसमें हाइब्रिड मॉडल का उपयोग नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर भारत को कोई समस्या है, तो वे सीधे पीसीबी से बातचीत करके समाधान निकाल सकते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी केवल पाकिस्तान में होगी
पीसीबी द्वारा जारी एक वीडियो में नकवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “पाकिस्तान का गौरव और इज्जत हमारी प्राथमिकता है। चैंपियंस ट्रॉफी सिर्फ हमारे देश में होगी। हम कोई हाइब्रिड मॉडल कुबूल नहीं करेंगे। अगर भारत को कोई समस्या है, तो वह हमारे पास आ सकते हैं और हम उसका हल निकालने को तैयार हैं।”
उन्होंने कहा कि पीसीबी इस बात पर अडिग है कि टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान ही करेगा और हाइब्रिड मॉडल पर विचार नहीं किया जाएगा। नकवी ने आईसीसी से यह अपील भी की कि वह जल्द से जल्द टूर्नामेंट का शेड्यूल जारी करे और इस मामले में विश्वसनीयता बनाए रखे।
हाइब्रिड मॉडल का क्या है विवाद?
इससे पहले 2023 के एशिया कप की मेजबानी भी पाकिस्तान के पास थी, लेकिन भारत की सुरक्षा चिंताओं और राजनीतिक तनाव के चलते हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया था। इस मॉडल के तहत भारत के मैच श्रीलंका में आयोजित किए गए थे। हालांकि, पीसीबी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ऐसा कोई विकल्प नहीं अपनाया जाएगा।
खेल और राजनीति को अलग रखने की अपील
मोहसिन नकवी ने जोर देकर कहा कि खेल और राजनीति को अलग रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “खेल को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। हम इस बात पर विश्वास करते हैं कि खेल सभी देशों के बीच सेतु का काम कर सकता है।” नकवी ने यह भी कहा कि दुनिया की सभी टीमें, जिन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई किया है, पाकिस्तान आने के लिए तैयार हैं और उन्हें कोई समस्या नहीं है।
आईसीसी पर सवाल
नकवी ने इस बात पर भी टिप्पणी की कि आईसीसी को अपनी भूमिका और विश्वसनीयता पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, “आईसीसी सभी क्रिकेट बॉडी का प्रतिनिधित्व करता है, और उन्हें जल्द से जल्द शेड्यूल जारी करना चाहिए। अभी तक हमें कोई सूचना नहीं दी गई है कि टूर्नामेंट को रद्द किया गया है।”
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव
चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ सकता है। इससे पहले एशिया कप 2023 में भी भारतीय टीम ने पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था। अगर चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी ऐसा ही रुख अपनाया जाता है, तो दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध और बिगड़ सकते हैं।