केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन में 40 साल बाद बड़ा बदलाव किया है। प्रशासन के सलाहकार का पद समाप्त कर दिया गया है और अब मुख्य सचिव का पद सृजित किया गया है। इसके साथ ही चंडीगढ़ में दो नए IAS अधिकारियों की नियुक्ति के साथ अधिकारियों की संख्या 11 कर दी गई है।
इतिहास में बदलाव की झलक
चंडीगढ़ बनने के बाद यहां मुख्य आयुक्त (Chief Commissioner) का पद था। लेकिन 3 जून 1984 को इस ढांचे में बदलाव करते हुए मुख्य आयुक्त का पद समाप्त कर दिया गया और प्रशासनिक सलाहकार का पद सृजित किया गया। अब 2024 में एक और बड़ा बदलाव करते हुए सलाहकार का पद समाप्त कर मुख्य सचिव का पद बनाया गया है।
मुख्य सचिव का पद क्यों बना?
माहिरों का मानना है कि यह बदलाव चंडीगढ़ के प्रशासनिक ढांचे को और मजबूत करेगा। अब चंडीगढ़ में जो अधिकारी सलाहकार के रूप में काम करता था, वही मुख्य सचिव का कार्यभार संभालेगा। लेकिन अब उसे “सलाहकार” के बजाय “मुख्य सचिव” कहा जाएगा। इस पद की मांग लंबे समय से की जा रही थी, ताकि चंडीगढ़ का प्रशासनिक ढांचा अन्य राज्यों के बराबर हो सके।
चंडीगढ़ प्रशासन का नया ढांचा
मुख्य सचिव की नियुक्ति के बाद चंडीगढ़ प्रशासन का ढांचा इस प्रकार होगा:
- मुख्य सचिव – 1
- सचिव (गृह) – 1
- सचिव (वित्त) – 1
- सचिव (शहरी योजना और स्मार्ट सिटी) – 1
- उपायुक्त – 1
- संयुक्त सचिव (वित्त) – 1
- आबकारी आयुक्त – 1
- सचिव (दो पद)
- अतिरिक्त सचिव – 1
- अतिरिक्त उपायुक्त – 1
मुख्य सचिव का कार्यक्षेत्र और महत्व
नए मुख्य सचिव का पद अन्य राज्यों के मुख्य सचिव के पद के समान होगा। लेकिन चंडीगढ़ में यह पद सीधे प्रशासक को रिपोर्ट करेगा, जो केंद्र सरकार का प्रतिनिधि होता है। अन्य राज्यों में मुख्य सचिव मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करते हैं, लेकिन चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश (UT) होने के कारण यहां मुख्य सचिव सीधे प्रशासक के अधीन रहेगा।
क्या बदल गया है?
इस बदलाव से चंडीगढ़ में प्रशासनिक निर्णय लेने की प्रक्रिया और तेज हो सकती है। पहले सलाहकार का पद नाममात्र का माना जाता था, लेकिन अब मुख्य सचिव के पद के आने से चंडीगढ़ का प्रशासनिक ढांचा अन्य राज्यों के समान हो जाएगा।
चंडीगढ़ प्रशासन में यह बदलाव लंबे समय से प्रतीक्षित था। मुख्य सचिव का पद सृजित कर और अधिकारियों की संख्या बढ़ाकर प्रशासनिक कार्यों को सुचारू बनाने का प्रयास किया गया है। केंद्र सरकार का यह कदम चंडीगढ़ के प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाने के साथ-साथ इसकी भूमिका को मजबूत करेगा।