पंजाब में मौसम में बदलाव: जून की गर्मी से मिली राहत, कई जिलों में बारिश का अलर्ट

पंजाब में मौसम का मिज़ाज लगातार बदल रहा है। आमतौर पर जून का महीना काफी गर्म माना जाता है, लेकिन इस बार की शुरुआत कुछ अलग नजर आ रही है। 1 जून से शुरू हुए इस महीने की शुरुआत अपेक्षाकृत ठंडे मौसम के साथ हुई है। इसका मुख्य कारण है पश्चिमी विक्षोभ और तूफानों की लगातार सक्रियता, जिसने तापमान में गिरावट ला दी है। इसके चलते पंजाब के लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है।
नौतापा खत्म होने को
मौसम विभाग के अनुसार, 2 जून को “नौतापा” का अंतिम दिन होगा। नौतापा वे 9 दिन होते हैं जो सबसे अधिक गर्म माने जाते हैं। आमतौर पर इस दौरान तापमान तेज़ी से बढ़ता है, लेकिन इस बार मौसम की गतिविधियों के कारण गर्मी इतनी ज्यादा नहीं झेली गई।
तापमान में मामूली बढ़ोतरी
हालांकि पिछले 24 घंटों के दौरान तापमान में करीब 1.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, मगर यह अब भी सामान्य के आसपास ही है। बठिंडा में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया, जहाँ पारा 44.1 डिग्री तक पहुँच गया। बावजूद इसके, राज्य के अन्य हिस्सों में मौसम राहत देने वाला बना हुआ है।
बारिश का पीला अलर्ट
मौसम विभाग ने आज यानी 1 जून को पंजाब के 6 जिलों में बारिश के लिए “पीला अलर्ट” जारी किया है। इन जिलों में पठानकोट, होशियारपुर, नवांशहर, रूपनगर, मोहाली और फतेहगढ़ साहिब शामिल हैं। इन इलाकों में बादलों की आवाजाही और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
2 जून को और तेज़ बारिश की संभावना
2 जून को नौतापा का आखिरी दिन है और इस दिन राज्य के 14 जिलों में बारिश की चेतावनी दी गई है। इन जिलों में पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, मोगा, बठिंडा, मानसा, बरनाला, संगरूर, पटियाला, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, मोहाली और रूपनगर शामिल हैं। यह बारिश किसानों के लिए भी राहत लेकर आ सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ हाल ही में बुवाई का काम शुरू हुआ है।
हिमाचल की तरफ से भी असर
मौसम विभाग का कहना है कि हिमाचल प्रदेश और उसके आसपास के इलाकों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है, जिसका असर पंजाब के उत्तरी जिलों पर साफ दिखेगा। ठंडी हवाओं और बारिश के कारण दिन के तापमान में गिरावट और रात को हल्की ठंडक का अहसास भी हो सकता है।
आम जनता को क्या सावधानी रखनी चाहिए?
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे बारिश के दौरान बाहर निकलते वक्त छाता या रेनकोट साथ रखें। जिन जिलों में अलर्ट जारी हुआ है, वहां के लोगों को बिजली गिरने और जलभराव जैसी संभावनाओं से भी सतर्क रहना चाहिए। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे बारिश से पहले खेतों में आवश्यक तैयारी कर लें, ताकि फसलों को कोई नुकसान न हो।