
देश में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुटता दिखाने के उद्देश्य से चेन्नई में सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों की संयुक्त एक्शन कमेटी की पहली बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी हिस्सा लिया और अपनी बेबाक राय रखी।
भगवंत मान ने कहा कि लोकतंत्र की असली ताकत जनता होती है, लेकिन कुछ ताकतें इसे कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार आंकड़ों में हेरफेर करके सत्ता में बने रहने के हथकंडे अपना रही है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हम इन नीतियों का पूरी तरह से विरोध करते हैं और देश में लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
भगवंत मान ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि हम सिर्फ एक राज्य नहीं, बल्कि पूरा देश हैं और अगर किसी एक राज्य के अधिकारों पर हमला होगा तो सभी राज्यों को एकसाथ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान ने सभी राज्यों को समान अधिकार दिए हैं, और इन अधिकारों की रक्षा करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।
लोकतंत्र की मजबूती के लिए मिलकर काम करेंगे राज्य
बैठक में सभी राज्यों ने मिलकर लोकतंत्र और संघीय ढांचे की रक्षा के लिए आगे भी संयुक्त प्रयास जारी रखने का संकल्प लिया। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए आगे रहेगा और जनता के अधिकारों को कमजोर करने वाली किसी भी नीति के खिलाफ आवाज उठाएगा।
“लोकतंत्र की असली ताकत जनता की आवाज होती है, और हम इस आवाज को दबने नहीं देंगे।” – भगवंत मान