
देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद-ए-आज़म भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहीदी दिवस के अवसर पर आज पंजाब के खटकड़ कलां में एक भव्य राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कई गणमान्य नेता और अधिकारी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि “पंजाब शहीदों की धरती है, और शहीद कभी मरते नहीं, वे अमर होते हैं।” उन्होंने इस अवसर पर अपने संबोधन में न केवल पंजाब सरकार के पिछले तीन वर्षों में किए गए कार्यों का उल्लेख किया, बल्कि पूर्ववर्ती सरकारों पर भी निशाना साधा।
सरकारी मेडिकल कॉलेज की नींव रखी गई
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस खास मौके पर एक सरकारी मेडिकल कॉलेज की नींव भी रखी, जिससे पंजाब में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना उनकी प्राथमिकता है।
सरकार की उपलब्धियां – टोल प्लाजा बंद और नौकरियां दी गईं
भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में अब तक 17 टोल प्लाजा बंद किए जा चुके हैं, जिससे राज्य के लोगों को करीब 62 लाख रुपये की बचत हुई है। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने बिना सिफारिश के 52,606 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं, जिससे पारदर्शिता और योग्यता को प्राथमिकता दी जा रही है।
90% घरों का बिजली बिल हुआ शून्य
बिजली बिलों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 जुलाई 2022 से 90% पंजाबियों का बिजली बिल शून्य आया है। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) को भी किसी तरह का घाटा नहीं होने दिया।
881 मोहल्ला क्लीनिक खोलकर लोगों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में अब तक 881 मोहल्ला क्लीनिक खोले जा चुके हैं, जहां रोज़ाना हज़ारों लोग मुफ्त इलाज और दवाइयों का लाभ उठा रहे हैं। ये क्लीनिक पंजाब की स्वास्थ्य व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं।
शिक्षा में क्रांति – फिनलैंड में ट्रेनिंग ले रहे पंजाब के शिक्षक
भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में स्कूल ऑफ एमिनेंस खोले जा रहे हैं, जिससे सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधरेगी। इसके साथ ही, फिलहाल 72 शिक्षक फिनलैंड में ट्रेनिंग ले रहे हैं, ताकि वे पंजाब के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा दे सकें।
भगत सिंह के विचारों को घर-घर तक पहुंचाने का संकल्प
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “हम तो शहीद भगत सिंह की धूल के बराबर भी नहीं हैं, लेकिन हमारी पूरी कोशिश है कि उनके विचारों को घर-घर तक पहुंचाया जाए।” उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ईमानदारी से काम करना ही शहीद भगत सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
उन्होंने भरोसा जताया कि जल्द ही पंजाब देश का नंबर एक राज्य बनेगा और यह वही पंजाब होगा जिसका सपना शहीद भगत सिंह ने देखा था।
शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान को याद करते हुए पंजाब सरकार ने इस कार्यक्रम को प्रेरणादायक और जनता के लिए लाभकारी बनाने की कोशिश की। सरकार की योजनाएं और उपलब्धियां बताते हुए मुख्यमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि ईमानदार और पारदर्शी प्रशासन ही शहीदों के सपनों का पंजाब बनाएगा।