
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी निवास पर पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को शील्ड और नकद इनाम के चेक देकर प्रोत्साहित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि इस बार राज्य के 4024 स्कूलों का परीक्षा परिणाम 100 प्रतिशत रहा है, जो कि शिक्षा व्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है। उन्होंने खास तौर पर गांवों और छोटे कस्बों की बेटियों की प्रशंसा की जिन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करके पंजाब का नाम रोशन किया है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पंजाब के विद्यार्थियों में किसी भी प्रकार की प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है, आगे और भी अवसर मिलेंगे और कभी भी असफलता से डरना नहीं चाहिए।
उन्होंने बताया कि 12वीं कक्षा के 26 विद्यार्थी खेलों में भी अव्वल रहे हैं, जो पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी युवाओं की रुचि को दर्शाता है। इसके अलावा, अमृतसर जिले में 98.54 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से मुलाकात करते हुए कहा कि पंजाब सरकार हर विद्यार्थी की मदद करने के लिए तैयार है, चाहे वह शिक्षा हो, करियर मार्गदर्शन हो या खेल से जुड़ी कोई सहायता।
टॉप करने वाले विद्यार्थियों को विशेष बधाई देते हुए भगवंत मान ने उन्हें विनम्रता बनाए रखने की सीख भी दी। उन्होंने कहा कि पहले स्थान पर आने वालों को कभी घमंड नहीं करना चाहिए, क्योंकि दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों की वजह से ही प्रतियोगिता बनती है। यदि ये प्रतियोगी न होते तो टॉप करना भी संभव नहीं होता। इसलिए, हमेशा प्रतियोगिता की भावना को सकारात्मक रूप से स्वीकार करना चाहिए।
इस कार्यक्रम के जरिए मुख्यमंत्री ने राज्य में शिक्षा को प्राथमिकता देने की अपनी सरकार की नीति को दोहराया और विद्यार्थियों को मेहनत करते रहने के लिए प्रेरित किया।