
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रदेश में सड़कों और ट्रेनों को रोककर धरना-प्रदर्शन करने वालों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि अब अगर किसी ने सार्वजनिक जीवन को बाधित करने की कोशिश की, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि “जो भी लोग पंजाब में सड़कों को जाम करेंगे, ट्रेनों को रोकेंगे या आम जनता को परेशान करेंगे, उन्हें अब बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने कहा कि इस तरह के आंदोलन आम जनता के खिलाफ माने जाएंगे और ऐसे किसी भी कृत्य पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
भगवंत मान ने लिखा कि सभी यूनियनें, संगठन और जत्थेबंदियाँ यह बात समझ लें कि विरोध जताने के और भी तरीके हो सकते हैं, लेकिन जनता को परेशान करना बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार पंजाब के मेहनती लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय ले रही है।
मुख्यमंत्री के इस सख्त बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अब सड़कों या रेल ट्रैक पर बैठकर अपनी मांगों को मनवाने की रणनीति अपनाने वालों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यह बयान ऐसे समय आया है जब विभिन्न संगठन समय-समय पर अपनी मांगों को लेकर सार्वजनिक स्थानों पर धरना-प्रदर्शन करते रहे हैं।
सरकार का मकसद है कि जनजीवन सामान्य बना रहे और आम लोगों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।