अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनावी प्रक्रिया जारी है। 5 नवंबर को मतदान होगा, जिससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि अगला राष्ट्रपति कौन होगा। इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मैदान में हैं। दोनों ही दलों के प्रत्याशी अपनी जीत के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। मौजूदा सर्वेक्षणों से पता चलता है कि इस बार के चुनाव में दोनों प्रत्याशियों के बीच बेहद करीबी मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहाँ कमला हैरिस को मामूली बढ़त मिल रही है।
कमला हैरिस को महिलाओं का समर्थन
सीबीएस न्यूज़ सर्वे के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर संभावित मतदाताओं के बीच कमला हैरिस, डोनाल्ड ट्रंप से 50%-49% के मार्जिन के साथ मामूली बढ़त बनाए हुए हैं। पिछले सर्वेक्षणों में भी यही ट्रेंड देखने को मिला था, लेकिन इस बढ़त में कुछ कमी आई है, जहाँ हालिया आंकड़ों में हैरिस की बढ़त 51%-48% से घटकर 50%-49% तक आ गई है। वहीं, एबीसी न्यूज/इप्सोस के सर्वे में महिला मतदाताओं के बीच कमला हैरिस की लोकप्रियता अधिक देखने को मिली है, जिसके चलते उनके पक्ष में 51%-47% की बढ़त बनी हुई है। महिला मतदाता कमला हैरिस को एक सक्षम और योग्य उम्मीदवार मानती हैं और ट्रंप के विचारों के मुकाबले उनके प्रति समर्थन दिखा रही हैं।
फोकस में स्विंग राज्य और मुद्दे
अमेरिकी चुनावी परिदृश्य में कुछ स्विंग राज्य निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इस बार के चुनाव में पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, उत्तरी कैरोलिना, जॉर्जिया, एरिजोना, और नेवादा जैसे सात स्विंग राज्य राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ का परिणाम तय करने वाले माने जा रहे हैं। एबीसी के सर्वे के अनुसार, इन निर्णायक राज्यों में भी मुकाबला बहुत करीबी है, जहां किसी भी पार्टी की स्पष्ट बढ़त नहीं है।
मुद्दों की बात करें तो रिपब्लिकन पार्टी के लिए प्रमुख मुद्दों में अर्थव्यवस्था और सीमा सुरक्षा शामिल हैं, जबकि डेमोक्रेट्स स्वास्थ्य सेवा, सामाजिक समानता, और लोकतंत्र की रक्षा पर ध्यान दे रहे हैं। रिपब्लिकन समर्थक अर्थव्यवस्था के मुद्दे को अत्यधिक महत्वपूर्ण मानते हैं। सीबीएस के एक अन्य सर्वे के अनुसार, 96% रिपब्लिकन समर्थकों के लिए अर्थव्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है। दूसरी तरफ, डेमोक्रेटिक समर्थकों के लिए स्वास्थ्य सेवा और लोकतंत्र की रक्षा की बात ज्यादा महत्वपूर्ण है।
बदल सकता है समर्थकों का रुख
हाल के सर्वेक्षण में यह भी कहा जा रहा है कि मतदान के पहले तक समर्थकों का रुख बदल सकता है। अमेरिका के इस चुनाव में इस बार का मामला इतना करीबी है कि कुछ प्रतिशत मतदाताओं का झुकाव किसी भी पार्टी की जीत या हार तय कर सकता है। सर्वेक्षण में दिखाया गया है कि 80% रिपब्लिकन और 91% डेमोक्रेटिक समर्थक लोकतंत्र की रक्षा के मुद्दे पर अपने विचारों को मजबूत मानते हैं। इसी तरह, दोनों दलों के समर्थक अपनी-अपनी प्राथमिकताओं पर खड़े नजर आते हैं, लेकिन कुछ मतदाता स्विंग कर सकते हैं।
सर्वेक्षणों का एरर मार्जिन और संभावित परिणाम
सर्वेक्षणों में एरर मार्जिन भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एबीसी सर्वे के अनुसार, संभावित मतदाताओं के सैंपलिंग एरर मार्जिन +/- 2.5 प्रतिशत और स्विंग राज्यों में +/- 5.5 प्रतिशत का अनुमान है। इसी तरह, सीबीएस/YouGov के सर्वे का एरर मार्जिन +/- 2.6 प्रतिशत है। यह एरर मार्जिन बताता है कि नतीजे सर्वेक्षणों से थोड़ा अलग भी हो सकते हैं, जो एक करीबी मुकाबले की स्थिति में परिणाम को काफी हद तक प्रभावित कर सकता है।
अमेरिका का चुनावी परिदृश्य: जनता का रुझान
अमेरिका के इस चुनावी परिदृश्य में विभिन्न मुद्दों पर जनता का रुझान साफ झलक रहा है। जहाँ एक ओर महिला मतदाता कमला हैरिस का समर्थन कर रही हैं, वहीं आर्थिक मुद्दों पर ट्रंप का पक्ष मजबूत दिखता है। स्विंग राज्य और कुछ प्रतिशत मतदाताओं के रुझान में बदलाव किसी भी समय चुनाव के परिणाम को अप्रत्याशित बना सकते हैं।