
पंजाब में नशे के खिलाफ बड़ी मुहिम शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नवांशहर जिले के गांव लंगड़ोआ से ‘नशा मुक्ति यात्रा’ की शुरुआत की। इस मौके पर उनके साथ दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने डिफेंस कमेटियों के सदस्यों से सीधा संवाद भी किया और नशे के खिलाफ जन-आंदोलन खड़ा करने की अपील की।
“नशा घरों को तबाह करता है, औरतें सबसे ज्यादा पीड़ित होती हैं” – भगवंत मान
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर घर में कोई व्यक्ति नशा करता है, तो सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर पड़ता है, चाहे वह मां हो, बहन हो या पत्नी। क्योंकि घर का चूल्हा उन्हीं के हाथ में होता है, और वे जानती हैं कि नशा किस तरह पूरे परिवार को बर्बाद कर सकता है।
सरकारी स्कूलों की हालत में सुधार
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि अब पंजाब के सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदल रही है। पहले लोग सरकारी स्कूलों से दूर भागते थे, लेकिन अब हालात ये हैं कि सरकारी स्कूलों में दाखिले के लिए लाइन लग रही है। सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए हैं ताकि हर बच्चा अच्छी शिक्षा पा सके।
नवांशहर में बनेगा शानदार स्टेडियम
यात्रा की शुरुआत के मौके पर भगवंत मान ने नवांशहर में एक शानदार स्टेडियम बनाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम गांवों के बच्चों को खेलों की ओर बढ़ने और नशे से दूर रहने में मदद करेगा।
हर गांव, हर वार्ड और मोहल्ला बनेगा नशा मुक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह यात्रा केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह एक जन आंदोलन है। इसका मकसद है कि हर गांव, हर वार्ड और हर मोहल्ला नशे से मुक्त बने। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सरकार की नहीं, हर पंजाबी की है। जब तक लोग खुद जागरूक नहीं होंगे और नशे के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे, तब तक नशे को जड़ से खत्म करना मुश्किल है।
नशा तस्करों के खिलाफ हेल्पलाइन शुरू
सरकार ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए एक विशेष हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है, जिस पर आम लोग गुप्त रूप से नशा तस्करी की सूचना दे सकते हैं। इस जानकारी के आधार पर पुलिस कार्रवाई करेगी। साथ ही, नशा छोड़ने के इच्छुक लोगों के लिए इलाज और पुनर्वास केंद्रों की व्यवस्था को भी मजबूत किया गया है।
जनता से अपील
मुख्यमंत्री ने अंत में सभी लोगों से अपील की कि वे इस मुहिम का हिस्सा बनें और अपने-अपने इलाके को नशा मुक्त बनाने में मदद करें। उन्होंने कहा कि जब 3 करोड़ पंजाबी एक साथ खड़े होंगे, तो कोई भी ताकत नशे को पंजाब से मिटाने से नहीं रोक सकती।
यह ‘नशा मुक्ति यात्रा’ सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि एक नई सोच, नई दिशा और नए पंजाब की शुरुआत है।