पंजाब: विधायक गुरप्रीत गोगी की मौत पर ,CM भगवंत मान ने जताया शोक
पंजाब की राजनीति में शुक्रवार रात एक दुखद घटना सामने आई। लुधियाना पश्चिम से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक गुरप्रीत गोगी बस्सी की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई। जानकारी के अनुसार, देर रात उनके सिर में गोली लगने से उनकी मौत हुई। गोली किसने चलाई और यह घटना कैसे घटी, इसका अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी।
सीएम भगवंत मान ने व्यक्त किया शोक
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विधायक गोगी की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया। सीएम मान ने कहा, “विधायक गोगी के निधन की खबर सुनकर बेहद दुख हुआ। वे एक अच्छे इंसान और समर्पित नेता थे। इस दुख की घड़ी में मैं उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें।”
परिवार और सुरक्षा कर्मियों ने पहुंचाया अस्पताल
खबरों के अनुसार, गोली चलने की आवाज सुनते ही विधायक के परिजन और उनकी सुरक्षा में तैनात कर्मी तुरंत उनके कमरे में पहुंचे। गंभीर हालत में उन्हें लुधियाना के डीएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। विधायक की मौत की खबर सुनते ही बड़ी संख्या में समर्थक और अन्य लोग उनके घर और अस्पताल पहुंच गए।
गुरप्रीत गोगी का राजनीतिक सफर
गुरप्रीत गोगी ने राजनीति की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के साथ की थी। वह कांग्रेस नेता भारत भूषण आशु के करीब माने जाते थे। हालांकि, पिछली सरकार में उनके और आशु के बीच संबंधों में खटास आ गई थी। इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। उन्होंने लुधियाना पश्चिम से चुनाव जीतकर विधायक का पद हासिल किया।
पार्षद से विधायक तक का सफर
गोगी लुधियाना में चार बार पार्षद रह चुके थे। निकाय चुनाव में उन्होंने अपनी पत्नी डॉ. सुखचैन कौर गोगी को चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन वे चुनाव हार गईं। गोगी की राजनीति और जनता से जुड़ाव ने उन्हें इलाके में एक मजबूत नेता बनाया था।
जांच जारी
फिलहाल, विधायक गुरप्रीत गोगी की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस जांच कर रही है। गोली चलने की घटना से संबंधित हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है। इस घटना से पूरे पंजाब में शोक की लहर दौड़ गई है।
गुरप्रीत गोगी की अचानक मौत ने न केवल उनके परिवार और समर्थकों को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि यह घटना राजनीतिक गलियारों में भी गहरी चिंता का विषय बन गई है।