
आज पूरे भारत में संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती बड़े श्रद्धा और सम्मान से मनाई जा रही है। डॉ. अंबेडकर को उनकी सोच, समानता के सिद्धांत और शिक्षा के महत्व के लिए जाना जाता है। इस खास मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके विचारों को अपनाने की बात कही।
सीएम भगवंत मान का संदेश
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक ट्वीट के जरिए बाबा साहेब को नमन करते हुए लिखा, “संविधान के निर्माता, भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी को उनके जन्मदिवस के अवसर पर सिर झुका कर प्रणाम। बाबा साहेब असली मायनों में एक महान नेता, इतिहासकार और दूरदर्शी विचारक थे।”
सीएम मान ने कहा कि उनकी सरकार बाबा साहेब के सपनों को पूरा करने के लिए पूरी निष्ठा से काम कर रही है। उन्होंने विशेष रूप से यह कहा कि सरकार हर बच्चे को बेहतर शिक्षा देने और समाज में समानता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
बाबा साहेब के विचार आज भी प्रासंगिक
डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान की रचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने जीवन भर सामाजिक न्याय, शिक्षा और समान अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने हमेशा यह माना कि एक मजबूत और शिक्षित समाज ही देश को आगे ले जा सकता है।
उनकी सोच आज भी देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। चाहे वो शिक्षा का अधिकार हो, दलितों को बराबरी दिलवाने की बात हो या महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान देने की बात—बाबा साहेब ने हर पहलू पर काम किया।
सरकार के प्रयास
पंजाब सरकार बाबा साहेब के विचारों को ज़मीनी स्तर पर लागू करने की दिशा में काम कर रही है। राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और गरीब वर्ग के बच्चों को बेहतर अवसर देने के लिए नई योजनाएं लाई जा रही हैं। इसके अलावा समाज में समानता और भाईचारे को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं।
बाबा साहेब की जयंती न सिर्फ उनके महान कार्यों को याद करने का दिन है, बल्कि उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लेने का भी अवसर है। उनका जीवन हमें सिखाता है कि अगर हम दृढ़ निश्चय और मेहनत से काम करें तो कोई भी बदलाव लाना असंभव नहीं है।