
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने एक बार फिर विधानसभा में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा को निशाने पर लिया है। डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर पटियाला स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान भगवंत मान ने प्रताप बाजवा के हालिया बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
दरअसल, प्रताप सिंह बाजवा ने हाल ही में बयान दिया था कि पंजाब में 50 बम आ सकते हैं। इस बयान को लेकर भगवंत मान ने बिना उनका नाम लिए पलटवार किया। सीएम मान ने कहा, “कल एक नेता बम गिनवा रहा था। जब हमने पूछा कि वो बम कहां हैं, तो अब वह वकील बनकर हर तरफ सफाई देता फिर रहा है।”
“पंजाब अब दहशत नहीं, तरक्की चाहता है”
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब ने आतंकवाद के वो काले दिन देखे हैं जब AK-47 गूंजती थी, बम फटते थे और लोग डर के साए में जीते थे। लेकिन अब राज्य ने उन बुरे दिनों को पीछे छोड़ दिया है और शांति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के भड़काऊ बयान देकर लोगों में डर पैदा करना ठीक नहीं है।
भगवंत मान ने राजनीतिक नेताओं से अपील की कि वे जनता के मुद्दों पर राजनीति करें, न कि डर और नफरत फैलाने की कोशिश करें। उन्होंने कहा, “यह नेता सुबह से शाम तक मुझे गालियां देने में लगे रहते हैं। लेकिन अगर किसी ने पंजाब की अस्मिता, हमारे तीन करोड़ पंजाबी भाइयों की आन-बान-शान पर उंगली उठाई, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
मुद्दों की राजनीति की अपील
मुख्यमंत्री मान ने अपने भाषण में कहा कि उनकी सरकार का मकसद पंजाब को फिर से रंगला पंजाब बनाना है। उन्होंने बताया कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और बुनियादी सुविधाओं पर काम हो रहा है और ऐसे वक्त में डर फैलाने वाली राजनीति से जनता को कोई लाभ नहीं होने वाला।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध ज़रूरी है, लेकिन विरोध का मतलब जनता को गुमराह करना या भय फैलाना नहीं होना चाहिए। भगवंत मान ने यह भी दोहराया कि उनकी सरकार लोगों के हित में काम कर रही है और विपक्ष का काम होना चाहिए सरकार से सवाल करना, न कि अफवाहें फैलाना।
सीएम भगवंत मान का यह बयान साफ तौर पर प्रताप बाजवा के हालिया बयान के जवाब में आया है, जहां उन्होंने पंजाब की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। लेकिन मान का मानना है कि ऐसे बयान राज्य की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं और पंजाब अब ऐसे डर की नहीं बल्कि विकास की राह पर चलना चाहता है। अब देखना ये है कि बाजवा इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।