
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए साफ शब्दों में कहा है कि उनकी सरकार किसी भी हाल में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने इसे समाज के लिए एक स्यूंक (कील) बताया, जिसे पूरी तरह से निकालने की जरूरत है। मुख्यमंत्री मान ने ये बातें नाभा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहीं, जहां वे महाराजा अग्रसेन स्मारक के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे।
इस मौके पर उनके साथ ‘आप’ पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे। कार्यक्रम में दोनों नेताओं ने बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को संबोधित किया।
भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए चल रही है सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि उन्हें रोजाना पोर्टल, वॉट्सऐप और अन्य माध्यमों से भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायतें मिल रही हैं। वे खुद उन शिकायतों पर ध्यान दे रहे हैं और हर दिन कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि चाहे भ्रष्टाचार अदालतों में हो या सरकारी दफ्तरों में, कहीं भी हो, उसे खत्म करने के लिए सरकार सक्रिय रूप से काम कर रही है।
“75 साल की गंदगी को साफ करना आसान नहीं, लेकिन हम लगे हुए हैं”
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि आज जो भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है, वो एक दिन या एक साल में नहीं फैला। ये पिछले 75 सालों की देन है, और इसे ठीक करने में वक्त लगेगा। मगर उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी नीयत साफ है और वो इस भ्रष्ट व्यवस्था को बदल कर रहेंगे।
नशे के खिलाफ भी चल रही है मुहिम
भ्रष्टाचार के साथ-साथ भगवंत मान ने पंजाब में नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम का भी ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से नशे के खिलाफ शुरू की गई लड़ाई को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। पंजाब के युवाओं को नशे की गिरफ्त से निकालने के लिए प्रशासन लगातार काम कर रहा है।
रंगला पंजाब बनाने की कोशिश
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य है कि पंजाब को एक बार फिर से “रंगला पंजाब” बनाया जाए, यानी एक ऐसा राज्य जो खुशहाल, साफ-सुथरा और उन्नति की राह पर हो। इसके लिए सभी क्षेत्रों में सुधार की कोशिशें जारी हैं।
CM भगवंत मान का यह संदेश साफ है – भ्रष्टाचार और नशे जैसी समस्याओं पर अब सख्ती से कार्रवाई होगी। लोगों की मदद से पंजाब को फिर से गौरवशाली राज्य बनाने की दिशा में सरकार लगातार प्रयासरत है। उन्होंने जनता से अपील की कि अगर वे कहीं भी भ्रष्टाचार देखें, तो बेहिचक शिकायत करें, क्योंकि एकजुट होकर ही बदलाव लाया जा सकता है।