कोस्ट गार्ड हेलीकॉप्टर क्रैश: पोरबंदर में हादसा
गुजरात के पोरबंदर एयरपोर्ट पर कोस्ट गार्ड का एक एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है। इस हादसे में तीन जवानों की मौत की खबर है। पोरबंदर के जिलाधिकारी एसडी धनानी ने एबीपी न्यूज को जानकारी देते हुए बताया कि हादसे के तुरंत बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया था, जो अब समाप्त हो चुका है। मौके पर दमकल और मेडिकल की टीम तुरंत पहुंच गई थी, लेकिन तीनों जवानों को बचाया नहीं जा सका।
ट्रेनिंग के दौरान हुआ हादसा
भारतीय तटरक्षक बल के अनुसार, यह हेलीकॉप्टर नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था, जब यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जमीन से टकराने के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई और घटनास्थल पर धुएं का बड़ा गुब्बार उठने लगा। हेलीकॉप्टर में दो पायलट और एक अन्य जवान सवार थे। तीनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस घटना की विस्तृत जांच की जाएगी।
एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर की विशेषताएं
एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ध्रुव भारत के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित एक दो इंजन वाला बहु-उद्देश्यीय हेलीकॉप्टर है।
- इसे मुख्य रूप से आपातकालीन सेवाओं, खोज और बचाव अभियानों, और सैन्य उद्देश्यों के लिए डिजाइन किया गया है।
- यह 2002 से सेवा में है और विभिन्न मिशनों जैसे एंटी-सबमरीन युद्ध, आपदा राहत, और परिवहन में सक्षम है।
- भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंग (सेना, नौसेना, वायुसेना) इसका व्यापक उपयोग करते हैं।
- इसकी विपरीत मौसम में काम करने की क्षमता और मजबूत डिजाइन इसे भारतीय रक्षा और आपातकालीन सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण बनाता है।
- इसे नेपाल, मॉरीशस और मालदीव जैसे देशों को भी निर्यात किया गया है।
पिछले हादसे भी आए थे सामने
यह पहली बार नहीं है जब कोस्ट गार्ड का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है।
- 2 सितंबर 2024 को पोरबंदर तट के पास अरब सागर में एक एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर गिर गया था। इस हादसे में 4 में से एक क्रू मेंबर को बचाया जा सका था।
- 26 मार्च 2023 को केरल के कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एक ध्रुव मार्क-3 हेलीकॉप्टर की टेस्टिंग के दौरान इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई थी। इस हादसे में एक ट्रेनी पायलट का हाथ टूट गया था।
कोस्ट गार्ड और सरकार की प्रतिक्रिया
भारतीय तटरक्षक बल ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृत जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। रक्षा मंत्रालय और संबंधित अधिकारियों ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
पोरबंदर में हुए इस हादसे ने फिर से हेलीकॉप्टर की सुरक्षा और तकनीकी निगरानी की जरूरत को उजागर किया है। एएलएच ध्रुव जैसे आधुनिक हेलीकॉप्टर भारत की रक्षा प्रणाली की रीढ़ हैं, लेकिन लगातार हो रही दुर्घटनाएं इसकी कार्यक्षमता और सुरक्षा पर सवाल खड़े करती हैं। जांच के नतीजे से इस तरह की घटनाओं को रोकने में मदद मिलने की उम्मीद है।