पंजाब में ठंड का मौसम अब धीरे-धीरे अपने चरम की ओर बढ़ रहा है। टांडा क्षेत्र समेत राज्य के कई हिस्सों में आज सुबह घनी धुंध देखने को मिली, जिससे विजिबिलिटी लगभग शून्य पर पहुंच गई। धुंध के कारण जालंधर-पठानकोट राष्ट्रीय मार्ग, टांडा-होशियारपुर राज्य मार्ग और टांडा-श्री हरगोबिंदपुर मार्ग पर वाहनों की रफ्तार भी बेहद धीमी हो गई।
अब तक नवंबर के आधे महीने बीत जाने के बावजूद पंजाब में ठंड का विशेष प्रभाव देखने को नहीं मिला था, लेकिन जम्मू-कश्मीर में हुई पहली बर्फबारी के बाद ठंड ने यहां भी दस्तक देनी शुरू कर दी है। सुबह के समय घनी धुंध के कारण लोगों को यात्रा में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
इस बीच, देसी कैलेंडर के अनुसार 16 नवंबर से माघ महीने की शुरुआत होने वाली है, जिसे कड़ाके की ठंड का महीना माना जाता है।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की हिदायतें
सिविल सर्जन होशियारपुर, डॉ. पवन कुमार, और सरकारी अस्पताल टांडा के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. करन कुमार सेणी ने ठंड के बढ़ते मौसम को देखते हुए लोगों को स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है। उन्होंने इस मौसम में होने वाली बीमारियों से सावधान रहने के लिए बुजुर्गों और बच्चों को सतर्क रहने का सुझाव दिया है।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए भी घनी धुंध की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, 15 नवंबर तक घनी धुंध का अलर्ट जारी रहेगा, जिससे विजिबिलिटी में कमी आ सकती है और सड़क एवं हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है।