उत्तर भारत के कई राज्यों में शीतलहर ने दस्तक दे दी है। तापमान में तेज गिरावट और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण ठंड अपने चरम पर है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हो रही है, जिसका असर मैदानी इलाकों पर भी देखा जा रहा है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में कड़ाके की ठंड से लोगों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
हिमाचल में 12 साल का रिकॉर्ड टूटा
हिमाचल प्रदेश में इस बार की बर्फबारी ने पिछले 12 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 14 दिसंबर को हिमाचल के ताबो में तापमान -11.5°C और कल्पा में -1.0°C दर्ज किया गया। राज्य के अधिकांश ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण ठंड का प्रकोप और अधिक बढ़ गया है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सर्दी का प्रकोप
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में तापमान -8.4°C जबकि लद्दाख में -14.8°C तक गिर गया है। इन इलाकों में ठंड के चलते लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कश्मीर घाटी के कई हिस्सों में पानी की पाइपलाइनों के जमने और सड़कों पर बर्फ जमने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
उत्तराखंड और अन्य राज्यों में ठंड का असर
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में भी ठंड का प्रकोप जारी है। पंतनगर में न्यूनतम तापमान 1.7°C दर्ज किया गया। इसके अलावा, पंजाब और हरियाणा के कई शहरों में तापमान 5°C से नीचे बना हुआ है। आज सुबह हिसार का तापमान 1.7°C तक गिर गया, जो लगातार दूसरे दिन 2°C से कम दर्ज हुआ। पंजाब के अमृतसर, पठानकोट, जालंधर और भटिंडा जैसे इलाकों में भी ठंड का प्रकोप साफ तौर पर महसूस किया जा रहा है।
राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी ठंड का जोर
राजस्थान के चूरू में तापमान 2-4°C के बीच बना हुआ है। वहीं, उत्तर प्रदेश के अयोध्या में न्यूनतम तापमान 3°C दर्ज किया गया। राज्य के अन्य जिलों में भी ठंड के कारण सुबह के समय घना कोहरा और कंपकंपी का माहौल है।
दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर का प्रभाव
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। 14 दिसंबर को मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। हालांकि, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के गुजरने के बाद दिल्ली-एनसीआर में फिलहाल तापमान में हल्की बढ़ोतरी हुई है। सफदरजंग बेस स्टेशन पर 9°C न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जो 12 दिसंबर के 4.5°C के मुकाबले लगभग दोगुना है। दिल्ली में इस सप्ताह अधिकतम तापमान 22-23°C और न्यूनतम तापमान 6-7°C के बीच रहने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ और सर्द हवाओं का असर
उत्तर भारत के पहाड़ों से गुजरने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं का असर महसूस किया जा रहा है। उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में हल्का चक्रवातीय प्रभाव बना हुआ है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा, जबकि दिन में गुनगुनी धूप देखने को मिलेगी।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर के दूसरे भाग में दिल्ली-एनसीआर और अन्य मैदानी इलाकों में ठंड और बढ़ने की संभावना है। उत्तर भारत में पहाड़ों से आने वाली सर्द हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है। हालांकि, अगले 3-4 दिनों तक दिल्ली में तापमान 7°C से नीचे गिरने की संभावना नहीं है।
सावधानियां और बचाव के उपाय
मौसम विभाग ने लोगों को सर्दी से बचाव के लिए पर्याप्त सावधानी बरतने की सलाह दी है। ठंड के कारण बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें और रात के समय बाहर जाने से बचें। सुबह के समय घने कोहरे के चलते यातायात में भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत में शीतलहर और बर्फबारी ने ठंड का प्रकोप बढ़ा दिया है। हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड में बर्फबारी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मैदानी इलाकों में सर्द हवाओं और गिरते तापमान के कारण ठंड से राहत मिलने की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं है। दिसंबर के शेष दिनों में ठंड और अधिक बढ़ने की संभावना है, ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।