
पंजाब विधानसभा का बजट सत्र आज शुक्रवार सुबह 11 बजे शुरू हुआ। सत्र की शुरुआत राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के भाषण से हुई। लेकिन जैसे ही उन्होंने अपना संबोधन शुरू किया, विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने हंगामा कर दिया। कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाते हुए सदन में नारेबाजी की और आखिरकार वॉकआउट कर दिया।
राज्यपाल के भाषण के दौरान कांग्रेस का विरोध
जैसे ही राज्यपाल ने शिक्षा के मुद्दे पर बोलना शुरू किया, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने खड़े होकर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और विधानसभा में नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस के अन्य विधायकों ने भी ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे लगाते हुए सदन में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
हालांकि, इस हंगामे के बावजूद राज्यपाल ने अपना भाषण जारी रखा और पंजाब सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।
राज्यपाल ने बताया सरकार का रिपोर्ट कार्ड
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने अपने भाषण की शुरुआत ‘जो बोले सो निहाल’ के जयकारे के साथ की और पंजाब सरकार की प्रमुख योजनाओं और उपलब्धियों को साझा किया।
उन्होंने बताया कि सरकार ने अब तक 881 आम आदमी क्लीनिक खोले हैं, जहां लाखों लोगों को मुफ्त इलाज और जांच की सुविधा मिली है।
आम आदमी क्लीनिक में अब तक के आंकड़े:
✔ 2.98 करोड़ से अधिक मरीजों का इलाज हो चुका है
✔ 90 लाख से अधिक लोगों ने विभिन्न स्वास्थ्य जांच करवाईं
✔ 60 करोड़ रुपये की दवाइयां मुफ्त दी गईं
✔ 100 करोड़ रुपये से अधिक के टेस्ट कराए गए
बजट सत्र के पहले दिन ही गरमाया माहौल
बजट सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष और सरकार के बीच तीखी बहस और टकराव देखने को मिला। कांग्रेस के विधायकों का कहना था कि राज्य सरकार सिर्फ दावों में ही व्यस्त है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है।
क्या रहेगा आगे?
अब सबकी नजरें पंजाब सरकार के बजट पर टिकी हैं। वित्त मंत्री जल्द ही बजट पेश करेंगे, जिसमें विभिन्न योजनाओं और विभागों के लिए आवंटन किया जाएगा। लेकिन जिस तरह से बजट सत्र की शुरुआत हुई है, उससे यह साफ है कि आगे भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव जारी रहेगा।