दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी (आप) को टक्कर देने के लिए अपनी रणनीति को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इस क्रम में दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने चुनावी तैयारियों पर जोर दिया।
बीएलए की भूमिका पर जोर
देवेंद्र यादव ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के लिए बीएलए-1 और बीएलए-2 की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘संघर्ष करो, बूथ जीतो’ की नीति पर काम करने के लिए प्रेरित किया। यादव ने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे लोगों को आप सरकार की कमजोरियों के बारे में जागरूक करें और बताएं कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में दिल्ली में क्या-क्या विकास कार्य हुए थे।
संगठनात्मक मजबूती के उपाय
यादव ने कहा कि बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए सभी विधानसभाओं में बीएलए-1 और प्रदेश स्तर पर बूथ मैनेजमेंट कमेटी का गठन किया गया है। यह संगठनात्मक ढांचा दिल्ली में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने जिला, ब्लॉक, मंडल और सेक्टर अध्यक्षों से कहा कि वे बीएलए के साथ मिलकर चुनावी तैयारियों में जुट जाएं।
चुनावी रणनीति
चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं को यादव ने यह सुझाव दिया कि वे बीएलए के संपर्क में रहकर कांग्रेस के लिए माहौल बनाने का काम करें। उन्होंने कहा, “आपको अपने क्षेत्र में कांग्रेस के पक्ष में सम्मानजनक माहौल बनाना होगा। इसके लिए स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ समन्वय बनाना आवश्यक है।”
मतदाता संपर्क की अपील
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने बीएलए से अपील की है कि वे अपने बूथ क्षेत्रों में घर-घर जाकर मतदाता सूची की जांच करें। यह महत्वपूर्ण है कि हर घर से एक वोटर का मोबाइल नंबर एकत्र किया जाए। यदि किसी घर में आठ मतदाता से अधिक हैं, तो वहां जाकर जांच करें कि वे लोग वास्तव में रहते हैं या नहीं। इसके साथ ही, उन्होंने कार्यकर्ताओं को स्थानीय कांग्रेस परिवारों को चिन्हित करने और अधिक से अधिक लोगों को पार्टी के कार्यक्रमों से जोड़ने का निर्देश दिया।
कुल मिलाकर, देवेंद्र यादव ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारी के लिए एकजुट होने और स्थानीय स्तर पर अधिक से अधिक संपर्क बनाने की सलाह दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मजबूत संगठनात्मक ढांचा और स्थानीय कार्यकर्ताओं का सक्रिय सहयोग चुनावी जीत की कुंजी है। इस रणनीति के तहत, कांग्रेस ने अपनी स्थिति को मजबूत करने और मतदाताओं के बीच अपनी पहचान को पुनर्जीवित करने का प्रयास शुरू कर दिया है।
दिल्ली विधानसभा चुनावों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए, कांग्रेस ने जो रणनीति बनाई है, वह न केवल बीएलए की अहमियत को रेखांकित करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को कैसे संगठित और सक्रिय कर रही है।