पंजाब में बूढ़ा दरिया की पवित्रता बहाल करने के प्रयास तेज हो गए हैं। स्थानीय सरकार मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने गऊघाट साहिब के पास स्थित पंपिंग स्टेशन पर किए जा रहे बदलाव कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान राज्यसभा सांसद और पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल, विधायक अशोक पराशर पप्पी, नगर निगम आयुक्त आदित्य डेचलवाल, अतिरिक्त आयुक्त परमदीप सिंह खहरा, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी और सीवरेज बोर्ड के अधिकारी भी उपस्थित थे।
संत बलबीर सिंह सीचेवाल की सराहना
संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने मंत्री रवजोत सिंह की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे पहले ऐसे मंत्री हैं जो पिछले कुछ दिनों में तीन बार बूढ़ा दरिया की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि पंजाब सरकार पर्यावरण के प्रति गंभीर है और ठोस कदम उठाने को तैयार है।
संत सीचेवाल ने बताया कि पंपिंग स्टेशन के बदलाव कार्य 70% तक पूरे हो चुके हैं। कुछ ही दिनों में यहां मोटरें लगाई जाएंगी, जिससे शहर का गंदा पानी ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचेगा।
सरकार की प्रतिबद्धता
मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार बूढ़ा दरिया को स्वच्छ करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने संत सीचेवाल द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस पंपिंग स्टेशन के चालू होने से दरिया में प्रदूषण कम करने में बड़ी मदद मिलेगी।
डॉ. रवजोत सिंह ने यह भी आश्वासन दिया कि प्रशासन जल्द से जल्द पैनल और बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराएगा ताकि काम को सुचारू रूप से पूरा किया जा सके।
लुधियाना के ट्रीटमेंट प्लांट्स का निरीक्षण
इसके अलावा मंत्री डॉ. रवजोत सिंह और संत सीचेवाल ने लुधियाना शहर के ट्रीटमेंट प्लांट्स का निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि इंडस्ट्री से निकलने वाले अनट्रीटेड पानी और डेयरियों से आ रहे गोबर के कारण ट्रीटमेंट प्लांट सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे हैं।
अधिकारियों को इस समस्या को रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए। मंत्री और संत ने कहा कि ट्रीटमेंट प्लांट्स को खराब करने वाली इकाइयों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि इन प्लांट्स पर खर्च किया जाने वाला पैसा जनता के टैक्स का है, जिसे बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा।
बूढ़ा दरिया की सफाई और पर्यावरण की रक्षा के लिए पंजाब सरकार और संत सीचेवाल का संयुक्त प्रयास सराहनीय है। पंपिंग स्टेशन के बदलाव और ट्रीटमेंट प्लांट्स की कार्यक्षमता में सुधार के ये कदम प्रदूषण को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। जनता और प्रशासन का ऐसा सहयोग पंजाब के पर्यावरण को बेहतर बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकता है।