चक्रवाती तूफान दाना को लेकर भारतीय मौसम विभाग ने एक महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि यह तूफान ओडिशा के तट से आज शाम 6 बजे से रात 12 बजे के बीच टकरा सकता है। इस खतरे को ध्यान में रखते हुए, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट पर गंभीर प्रभाव की आशंका जताई गई है। इस स्थिति को संभालने के लिए भारतीय नौसेना ने मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) अभियान चलाने की तैयारियों को तेज कर दिया है।
पूर्वी नौसेना कमान ने ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर एक प्रभावी योजना तैयार की है। इस योजना के अंतर्गत नौसेना अधिकारियों की एक टीम तटीय क्षेत्रों में स्थिति की निगरानी कर रही है, ताकि जरूरत पड़ने पर त्वरित सहायता प्रदान की जा सके। नौसेना की यूनिट्स जैसे बेस विक्टुअलिंग यार्ड (BVY), मैटेरियल ऑर्गनाइजेशन और नौसेना अस्पताल INHS कल्याणी के साथ समन्वय स्थापित किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि राहत कार्यों के लिए आवश्यक आपूर्ति और चिकित्सा सहायता त्वरित रूप से उपलब्ध हो सके।
नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पहले से ही संसाधनों और उपकरणों को तैयार किया जा रहा है। इसके अंतर्गत भोजन, दवा और अन्य आवश्यक सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। इसके अलावा, समुद्री सुरक्षा के लिए भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तट के पास मौजूद नौकाओं और जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
मौसम विभाग ने तूफान की गति और दिशा पर नजर रखते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने लोगों से यह भी अपील की है कि वे बिना आवश्यकता के घरों से बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। तूफान के प्रभावी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है, और आपातकालीन सेवा नंबरों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया गया है।
नौसेना के इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को त्वरित और प्रभावी सहायता मिल सके। इसके लिए सभी तैयारियाँ युद्ध स्तर पर की जा रही हैं। भारतीय नौसेना ने अपनी संपूर्ण क्षमता का उपयोग करते हुए, संभावित आपात स्थितियों का सामना करने के लिए सभी आवश्यक संसाधनों को तैनात करने का निर्णय लिया है।
इस प्रकार, चक्रवाती तूफान दाना के मद्देनजर भारतीय नौसेना की सक्रियता और पूर्वी नौसेना कमान की तैयारी यह दर्शाती है कि वे मानवीय सहायता और आपदा राहत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। जैसे-जैसे तूफान का समय नजदीक आ रहा है, सभी संबंधित एजेंसियों और नागरिकों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि इस प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को न्यूनतम किया जा सके।