दिल्ली में आगामी 2025 विधानसभा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ा ऐलान किया है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी इस बार किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “दिल्ली में हम सभी 70 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे।”
नरेश बाल्यान की गिरफ्तारी पर केजरीवाल ने साधा निशाना
AAP के उत्तम नगर से विधायक नरेश बाल्यान की गिरफ्तारी के एक दिन बाद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “नरेश बाल्यान लगातार गैंगस्टर कपिल सांगवान के खिलाफ शिकायत कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया।”
केजरीवाल ने बताया कि गैंगस्टर की तरफ से नरेश बाल्यान पर दबाव बनाया गया था कि वे किसी अन्य व्यक्ति से पैसे लेकर उन्हें दें। जब इस धमकी की शिकायत पुलिस से की गई, तो उल्टे बाल्यान को ही गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र का मजाक बताया।
बीजेपी की परिवर्तन यात्रा पर प्रतिक्रिया
केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी की परिवर्तन यात्रा पर टिप्पणी करते हुए कहा, “उन्हें यात्रा निकालने दीजिए। लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। जो चाहे, वो निकाल सकता है।” यह बयान इस बात को दर्शाता है कि AAP ने दिल्ली में बीजेपी की बढ़ती सक्रियता को लेकर खुला रुख अपनाया है।
2020 विधानसभा चुनाव में AAP का दबदबा
साल 2020 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में AAP ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी को केवल आठ सीटों पर सफलता मिली थी, जबकि कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। इस बार चुनावी समीकरण बदलने की संभावना है, क्योंकि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी आक्रामक रणनीति के साथ मैदान में उतर रही हैं।
चुनाव की तैयारी में जुटी AAP
AAP के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने फरवरी 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कमर कस ली है। पार्टी की प्राथमिकता दिल्ली के मतदाताओं को अपने कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों की याद दिलाने की होगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते कुछ महीनों में शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियों को लगातार उजागर किया है।
बीजेपी और कांग्रेस का हमला
दूसरी तरफ, बीजेपी और कांग्रेस ने इस बार AAP को कड़ी टक्कर देने की तैयारी की है। बीजेपी, जो दिल्ली में लंबे समय से सत्ता से बाहर है, ने परिवर्तन यात्रा शुरू कर जनता के बीच अपने मुद्दों को उठाने की कोशिश की है। वहीं कांग्रेस भी अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश में जुटी है।
गठबंधन पर AAP का सख्त रुख
अरविंद केजरीवाल ने गठबंधन को लेकर साफ कर दिया कि पार्टी किसी भी अन्य दल के साथ समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि AAP ने पिछले तीन चुनाव अकेले लड़कर जनता का विश्वास जीता है, और इस बार भी पार्टी अपने दम पर सत्ता में वापसी करेगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में मुकाबला त्रिकोणीय होता दिख रहा है, जहां AAP, बीजेपी और कांग्रेस अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में उतरेंगी। AAP जहां चौथी बार सत्ता में लौटने के लिए प्रयासरत है, वहीं बीजेपी और कांग्रेस के लिए यह चुनाव अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करने का अवसर होगा। दिल्ली की जनता ने अब तक AAP पर भरोसा दिखाया है, लेकिन 2025 का चुनाव इस बात को तय करेगा कि यह विश्वास जारी रहेगा या राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव आएगा।