दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: AAP का ‘फिर लाएंगे केजरीवाल’ कैंपेन लॉन्च, महिलाओं और बुजुर्गों पर खास फोकस
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा से ठीक पहले, आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपना चुनावी अभियान तेज कर दिया है। गुरुवार को AAP ने अपना कैंपेन सॉन्ग ‘फिर लाएंगे केजरीवाल’ लॉन्च किया। यह सॉन्ग AAP की रणनीति और ‘केजरीवाल मॉडल’ की उपलब्धियों पर जोर देता है। इसके जरिए पार्टी न केवल बीते 10 वर्षों की अपनी उपलब्धियों को गिनाने की कोशिश कर रही है, बल्कि अगले पांच सालों के लिए अपने वादों को भी जनता के सामने रख रही है।
कैंपेन की मुख्य झलकियां
AAP ने इस बार अपने चुनावी प्रचार को छह प्रमुख नीतियों या ‘6 रेवड़ियों’ के इर्द-गिर्द रखा है। मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा, बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा, और रोजगार सृजन जैसे मुद्दों पर पार्टी का जोर है।
सोशल मीडिया, आउटडोर बिलबोर्ड, और घर-घर जाकर प्रचार के माध्यम से AAP यह संदेश दे रही है कि पार्टी के शासन के तहत दिल्ली के लोगों को कैसे लाभ पहुंचा है। साथ ही, महिलाओं और बुजुर्गों पर केंद्रित घोषणाओं ने इस अभियान को और मजबूत बना दिया है।
महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष योजनाएं
महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए AAP ने मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना का ऐलान किया है। इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने ₹2100 की आर्थिक सहायता देने का वादा किया गया है। इसके साथ ही, पार्टी ने बुजुर्ग मतदाताओं को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा कवर देने का भी वादा किया है।
यह घोषणाएं पार्टी की मौजूदा नीतियों का विस्तार हैं, जिनके तहत महिलाओं को दिल्ली की बसों में मुफ्त यात्रा और बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा की सुविधा दी जा रही है। AAP मानती है कि इन योजनाओं ने उसे जनता के बीच खासा लोकप्रिय बनाया है।
सकारात्मक प्रचार की ओर बदलाव
पार्टी ने अपने प्रचार में बड़ा बदलाव किया है। जहां पहले AAP के क्रिएटिव विज्ञापन और वीडियो यह दिखाने पर केंद्रित थे कि बीजेपी सत्ता में आने पर मुफ्त बिजली, पानी और अन्य कल्याणकारी योजनाओं को खत्म कर देगी, अब प्रचार का जोर सकारात्मक हो गया है।
दिल्ली में जगह-जगह लगे होर्डिंग्स में केजरीवाल के मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ महिलाओं के लिए ₹2100 की योजना का उल्लेख है। यह बदलाव दर्शाता है कि AAP अब डर की राजनीति से हटकर अपने विकास कार्यों और वादों पर भरोसा जता रही है।
चुनौतीपूर्ण है 2025 की लड़ाई
2025 का विधानसभा चुनाव AAP के लिए अब तक का सबसे कठिन चुनाव माना जा रहा है। अरविंद केजरीवाल लगातार तीन बार दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे हैं। इसके अलावा, AAP ने दिल्ली नगर निगम (MCD) का भी नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। हालांकि, भ्रष्टाचार के आरोप और दिल्ली आबकारी नीति मामले ने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है।
बीजेपी ने दिल्ली में आक्रामक प्रचार शुरू कर दिया है और केजरीवाल की ‘कट्टर ईमानदार’ छवि को निशाना बनाया है। वहीं, कांग्रेस भी खुद को इस लड़ाई में प्रासंगिक बनाए रखने की कोशिश कर रही है।
AAP के कार्यकर्ताओं की सक्रियता
AAP नेता संजय सिंह का कहना है कि दिल्ली में किसी तरह की सत्ता-विरोधी लहर नहीं है। उनका दावा है कि केजरीवाल की गारंटी पर जनता का भरोसा कायम है। संजय सिंह ने कहा, “हमारे कार्यकर्ता लंबे समय से मैदान में काम कर रहे हैं। बीजेपी नेता अभी प्रचार शुरू कर रहे हैं, लेकिन हमारी पार्टी लोगों के दिलों में अपनी जगह बना चुकी है।”
BJP पर हमला और बिधूड़ी विवाद
AAP ने बीजेपी पर भी निशाना साधा है। रमेश बिधूड़ी की AAP नेता आतिशी पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पार्टी ने बीजेपी को घेरा। अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी को ‘गाली-गलौज की पार्टी’ करार दिया। यह हमला पीएम मोदी द्वारा AAP पर किए गए कटाक्ष ‘आप-दा’ के जवाब में किया गया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए AAP का अभियान महिलाओं और बुजुर्गों पर केंद्रित है। पार्टी अपने विकास कार्यों और योजनाओं के जरिए जनता को यह भरोसा दिलाने की कोशिश कर रही है कि AAP ही दिल्ली के लिए सबसे बेहतर विकल्प है। हालांकि, बीजेपी और कांग्रेस के हमलों और भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच AAP की राह आसान नहीं होगी। लेकिन ‘फिर लाएंगे केजरीवाल’ कैंपेन के जरिए पार्टी ने अपनी रणनीति स्पष्ट कर दी है कि वह सकारात्मक प्रचार के सहारे जनता का समर्थन हासिल करने में जुटी है।