दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। एक के बाद एक भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। 15 दिसंबर 2024 को बीजेपी के नेता रमेश पहलवान (Ramesh Pehalwan) ने पार्टी का दामन थामा। इस अवसर पर अरविंद केजरीवाल ने रमेश पहलवान और उनकी पत्नी कुसुमलता रमेश को पार्टी की सदस्यता दिलाई। कुसुमलता फिलहाल दिल्ली नगर निगम की पार्षद हैं। रमेश पहलवान पहले भी आम आदमी पार्टी से जुड़ चुके थे, लेकिन 2017 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। अब सात साल बाद उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी में वापसी की है और कहा कि वह अरविंद केजरीवाल की नीतियों और आदर्शों से प्रभावित होकर फिर से पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
रमेश पहलवान की घर वापसी पर केजरीवाल ने किया बयान
अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर कहा, “मुझे खुशी हो रही है कि रमेश पहलवान और उनकी पत्नी कुसुमलता जी फिर से आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। रमेश जी 2013 में हमारे साथ जुड़े थे, फिर 2017 में किसी कारणवश उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। सात साल बाद उनकी वापसी हो रही है। उनके इलाके के लोग हमेशा कहते हैं कि रमेश जी और कुसुमलता जी 24 घंटे अपने लोगों के बीच रहते हैं और हमेशा उनकी मदद करते हैं।”
कांग्रेस और बीजेपी से कई बड़े चेहरे आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं और पार्टी ने अपनी पहली तीन लिस्टों में इन नेताओं को जगह दी है। हालांकि, दूसरी ओर, कुछ आम आदमी पार्टी के नेता भी अपनी पार्टी छोड़कर बीजेपी और कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। उदाहरण के तौर पर, पिछले महीने ही आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद राम नारायण भारद्वाज और उनके बेटे ने बीजेपी जॉइन की थी। इसके एक दिन पहले ही हरशरण सिंह बल्ली ने बीजेपी में वापसी की थी।
AAP का कुनबा बढ़ाने की रणनीति
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए लगातार नए चेहरों को पार्टी में शामिल कर रही है। यह बीजेपी और कांग्रेस से आए हुए नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर राजनीतिक ताकत बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। आम आदमी पार्टी ने इन नेताओं को अपनी लिस्ट में जगह दी है, जिससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी आगामी चुनावों में एक मजबूत विपक्ष के रूप में खड़ी होने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
इस बीच, आम आदमी पार्टी के अंदर कुछ नेता पार्टी छोड़कर अन्य दलों में शामिल हो रहे हैं। हालांकि, इन घटनाओं से पार्टी की गतिविधियों पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है। पार्टी ने अपनी रणनीतियों को और मजबूत किया है और 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह है।
नए चेहरों का स्वागत और राजनीतिक चुनौती
रमेश पहलवान की आम आदमी पार्टी में वापसी को पार्टी ने एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा है। यह साफ है कि पार्टी अब हर उस नेता को अपनी ओर आकर्षित करना चाहती है जो दिल्ली की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकते हैं। वहीं, बीजेपी और कांग्रेस भी आगामी चुनावों के लिए अपनी तैयारियां तेज कर चुकी हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में कौन सा दल जीत हासिल करता है।