दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने अपनी चौथी और अंतिम सूची जारी कर दी है। इस सूची में 38 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इससे पहले पार्टी तीन सूचियां जारी कर चुकी थी। चौथी सूची जारी होने के साथ ही अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली पार्टी ने दिल्ली की सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
केजरीवाल नई दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे, आतिशी कालकाजी से
आप की सूची के अनुसार, पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बार भी अपनी परंपरागत सीट नई दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, पार्टी की प्रमुख चेहरा और मंत्री आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से मैदान में उतरेंगी। इससे पहले चर्चा थी कि आतिशी की सीट बदली जा सकती है, लेकिन पार्टी ने उन्हें उनके वर्तमान क्षेत्र से ही चुनाव लड़ाने का फैसला किया।
अन्य प्रमुख नामों की बात करें तो:
सौरभ भारद्वाज: ग्रेटर कैलाश
गोपाल राय: बाबरपुर
सत्येंद्र जैन: शकूर बस्ती
दुर्गेश पाठक: राजिंदर नगर
रमेश पहलवान: कस्तूरबा नगर
रघुविंदर शौकीन: नांगलोई जाट
सोम दत्त: सदर बाजार
इमरान हुसैन: बल्लीमारान
जरनैल सिंह: तिलक नगर
बीजेपी और कांग्रेस पर हमला
चौथी सूची जारी होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “आज आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। पार्टी पूरे आत्मविश्वास और पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ रही है। बीजेपी अभी तक चुनावी मैदान में नज़र नहीं आ रही है। उनके पास न तो मुख्यमंत्री का चेहरा है, न ही टीम, और न ही दिल्ली के लिए कोई विजन। उनका एकमात्र नारा है – ‘केजरीवाल हटाओ’।”
केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के पास दिल्ली के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अगर बीजेपी से पूछा जाए कि उन्होंने पिछले पांच साल में क्या किया, तो उनका जवाब होगा – ‘केजरीवाल को गालियां दीं’।”
कांग्रेस पर बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि पार्टी ने अब तक सिर्फ एक सूची जारी की है, जबकि बीजेपी अभी तक उम्मीदवारों के नाम तक फाइनल नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि “दिल्ली के लोग काम करने वालों को वोट देंगे, गाली देने वालों को नहीं।”
आप का आत्मविश्वास और 10 साल का रिकॉर्ड
केजरीवाल ने अपनी सरकार के कामकाज का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के पास दिल्ली के विकास के लिए एक स्पष्ट विजन, ठोस योजना और उसे लागू करने वाली एक मजबूत और पढ़ी-लिखी टीम है। उन्होंने कहा, “पिछले 10 सालों में हमारी सरकार ने दिल्ली के लिए जो काम किए हैं, उनकी एक लंबी सूची है। हम शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और महिलाओं की सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर काम कर रहे हैं।”
बीजेपी और कांग्रेस की तैयारी सवालों के घेरे में
जहां आम आदमी पार्टी ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, वहीं कांग्रेस और बीजेपी की तैयारी को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस अब तक सिर्फ एक सूची जारी कर पाई है और बीजेपी अभी भी रणनीति बनाने में जुटी हुई है। मुख्यमंत्री पद के चेहरे और प्रत्याशियों की सूची न होने के कारण दोनों ही पार्टियों को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली की 70 सीटों पर कड़ी टक्कर
दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटें हैं, जिन पर चुनावी बिसात बिछ चुकी है। आम आदमी पार्टी ने जहां पूरी तैयारी के साथ अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है, वहीं बीजेपी और कांग्रेस अभी अपने उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने में लगी हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार भी चुनावी मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच होगा, जबकि कांग्रेस पिछली बार की तरह एक बार फिर कमजोर दिख रही है।
चुनावी दौड़ में आम आदमी पार्टी ने बढ़त बना ली है और आत्मविश्वास के साथ चुनाव मैदान में उतर रही है। केजरीवाल सरकार के कामों का हवाला देते हुए पार्टी जनता के सामने मजबूत दावेदारी पेश कर रही है। अब देखना होगा कि बीजेपी और कांग्रेस अपनी रणनीति को कैसे अमल में लाती हैं और चुनावी मैदान में कितनी प्रभावी साबित होती हैं।