दिल्ली में फरवरी महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी है। इस बार दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645 और महिला मतदाताओं की संख्या 71,73,952 है। वहीं, थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 1,261 है।
वोटर लिस्ट पर विवाद
चुनाव आयोग ने यह सूची उस समय जारी की जब वोटर लिस्ट से नाम हटाने को लेकर विवाद चल रहा था। आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखने को मिला।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि बीजेपी ने उनके निर्वाचन क्षेत्र नई दिल्ली में 5,000 से अधिक नाम हटाने और लगभग 7,500 नए नाम जोड़ने के लिए आवेदन दिए। उन्होंने दावा किया कि यह प्रक्रिया 20 अगस्त से 20 अक्टूबर के बीच हुई और इससे कुल मतदाताओं की संख्या में 12% बदलाव हो सकता है।
बीजेपी की प्रतिक्रिया
बीजेपी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया और दावा किया कि यह साजिश खुद आम आदमी पार्टी की है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि वोटर लिस्ट में नाम हटाने के लिए फर्जी अर्जियां AAP ने दी थीं। उन्होंने कहा कि इसमें लोकसभा सचिव उत्पल कुमार, हामिद अंसारी के बेटे सुलेमान अंसारी और नेवी वाइस एडमिरल संजय भल्ला का नाम हटाने की भी कोशिश की गई।
चुनाव आयोग की सफाई
अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर सफाई देते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि उनके दावे पुराने ड्राफ्ट के आधार पर हैं। आयोग ने स्पष्ट किया कि 1 जनवरी तक प्राप्त सभी आवेदन का निपटारा कर लिया गया है और अंतिम वोटर लिस्ट 6 जनवरी को जारी कर दी गई। आयोग ने यह भी बताया कि मतदाता सूची में समय-समय पर संशोधन होते रहते हैं।
कालकाजी सीट पर आतिशी बनाम रमेश बिधूड़ी
दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की नेता और सीएम प्रत्याशी आतिशी चुनाव लड़ेंगी। बीजेपी ने इस सीट से रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा है। आतिशी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट से जीत दर्ज की थी।
नई दिल्ली सीट पर सीधी टक्कर
नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। यह सीट हमेशा से हॉटस्पॉट रही है, और यहां केजरीवाल का सीधा मुकाबला बीजेपी के प्रत्याशी से होगा।
मतदाताओं की संख्या में बड़ा बदलाव
अरविंद केजरीवाल के दावे के मुताबिक, उनके क्षेत्र में वोटर लिस्ट में बदलाव से चुनाव परिणाम प्रभावित हो सकता है। हालांकि, चुनाव आयोग ने अपने बयान में सभी बदलावों को पारदर्शी और नियमों के अनुरूप बताया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता अपनी सरकार चुनने के लिए मतदान करेंगे। सभी प्रमुख पार्टियां अपने उम्मीदवारों को लेकर तैयार हैं और चुनाव प्रचार में जुट चुकी हैं।