दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को पैन इंडिया कार्रवाई में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है, जहां पंजाब और अन्य राज्यों से गैंग के सात शूटर्स को गिरफ्तार किया गया है। इन शूटर्स के पास से कई हथियार भी बरामद हुए हैं, जो बिश्नोई गैंग की गतिविधियों पर काबू पाने के लिए पुलिस की व्यापक और सख्त कार्रवाइयों का संकेत है।
एनआईए की कार्रवाई और अनमोल बिश्नोई पर इनाम
इससे पहले, नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। अनमोल बिश्नोई पर कई गंभीर अपराधों में शामिल होने का आरोप है, जिनमें सबसे प्रमुख मामला पंजाबी गायक और नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या है। इस मामले में अनमोल बिश्नोई पर भी आरोप लगा था और 2023 में एनआईए ने उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
अनमोल की विदेश में सक्रियता
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनमोल बिश्नोई एक फर्जी पासपोर्ट के जरिए भारत से फरार हो चुका है और वह लगातार अपना ठिकाना बदलता रहता है। पिछले वर्ष उसे केन्या में देखा गया था और इस वर्ष वह कनाडा में पाया गया है। इस तरह की रिपोर्ट्स बताती हैं कि अनमोल बिश्नोई अपने गैंग के अपराधियों और योजनाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नियंत्रित कर रहा है। उसके खिलाफ कुल 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं और उसने राजस्थान के जोधपुर जेल में भी सजा काटी थी। हालांकि, 2021 में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में कनेक्शन
मुंबई के चर्चित बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में भी अनमोल बिश्नोई का नाम सामने आया था। जांच में पता चला कि इस हत्या के आरोपियों ने एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप (स्नैपचैट) के जरिए जेल में बंद अनमोल बिश्नोई से बातचीत की थी। अनमोल बिश्नोई पर आरोप है कि वह कनाडा और अमेरिका से भी आरोपियों के संपर्क में था। इस मामले में अब तक मुंबई क्राइम ब्रांच 11 संदिग्धों को गिरफ्तार कर चुकी है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का बढ़ता नेटवर्क और पुलिस की चुनौतियां
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नेटवर्क देश-विदेश में फैला हुआ है, जिसमें कई तरह के अपराध और हिंसात्मक गतिविधियां शामिल हैं। पुलिस द्वारा चलाए गए इस विशेष ऑपरेशन से गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत मिलता है, लेकिन इसके सदस्य अभी भी विभिन्न आपराधिक मामलों में सक्रिय हैं, जो कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती है।