आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्लीवासियों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा ऐलान किया। पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में केजरीवाल ने कहा कि अगर दिल्ली में फिर से आप की सरकार बनती है, तो सभी रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशंस (आरडब्ल्यूए) को अपने इलाकों में सुरक्षा गार्ड नियुक्त करने के लिए फंड दिया जाएगा।
दिल्ली की सुरक्षा पर केजरीवाल का फोकस
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते अपराधों के बीच जनता की सुरक्षा उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने दिल्ली की कानून-व्यवस्था को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। “दिल्ली में चोरी, डकैती, चेन स्नैचिंग और गैंगवार जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। महिलाएं घर से बाहर निकलने में डरती हैं। भाजपा की नफरत ने दिल्ली को क्राइम कैपिटल बना दिया है,” उन्होंने कहा।
केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा दिल्लीवालों से नफरत करती है। यही कारण है कि वह पिछले 27 सालों से दिल्ली की सत्ता में नहीं आ पाई। अगर दिल्ली में किसी को तकलीफ होती है, तो हमें दर्द होता है।”
आरडब्ल्यूए को सुरक्षा गार्ड्स के लिए आर्थिक मदद
केजरीवाल ने बताया कि आप सरकार बनने पर दिल्ली की सभी आरडब्ल्यूए को उनके इलाके की सुरक्षा बढ़ाने के लिए फंड दिया जाएगा। इससे वे अपने क्षेत्रों में सुरक्षा गार्ड्स की नियुक्ति कर सकेंगी। यह फंड इलाकों की जनसंख्या या वहां मौजूद परिवारों की संख्या के आधार पर तय किया जाएगा।
हालांकि, केजरीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि इसका उद्देश्य पुलिस की जगह लेना नहीं है। “पुलिस की भूमिका को बदला नहीं जा सकता, लेकिन इलाके में बुनियादी सुरक्षा के लिए यह कदम जरूरी है। हम आरडब्ल्यूए को आर्थिक सहायता देकर उनकी मदद करना चाहते हैं,” उन्होंने कहा।
भाजपा ने बताया ‘गुमराह करने की कोशिश’
इस योजना पर भाजपा ने कड़ा विरोध जताया है। भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने केजरीवाल की घोषणा को “लोगों को गुमराह करने वाला कदम” बताया। उन्होंने कहा, “दिल्ली में होम गार्ड, गेस्ट टीचर्स और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मामले में केजरीवाल सरकार ने जो वादे किए थे, वे अब तक अधूरे हैं। कांट्रैक्ट कर्मचारियों को स्थायी करने और गेस्ट टीचर्स की सैलरी बढ़ाने के वादे भी पूरे नहीं हुए। अब आरडब्ल्यूए के गार्ड्स की सैलरी का खर्च उठाने की बात कहना एक और झांसा है।”
एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने भी आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल के झूठ का कोई अंत नहीं है। उन्होंने कहा, “केजरीवाल ने चुनावों में आरडब्ल्यूए को निगम पार्षद का दर्जा देने का वादा किया था, जो अब तक अधूरा है।”
दिल्ली की सुरक्षा पर जनता का भरोसा जीतने की कोशिश
अरविंद केजरीवाल ने इस योजना के जरिए जनता को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार दिल्ली की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी। हालांकि, भाजपा इस घोषणा को महज चुनावी वादा और गुमराह करने की कोशिश करार दे रही है।
अब देखना यह होगा कि दिल्लीवासी इस घोषणा पर कितना भरोसा करते हैं और यह मुद्दा आगामी चुनावों में कितना असर डालता है। लेकिन एक बात तो साफ है कि दिल्ली की सुरक्षा का मुद्दा आने वाले समय में चर्चा का बड़ा विषय रहेगा।