पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग से पुनः बहाल करने की अपील की। भगवंत मान ने दावा किया कि यह सुरक्षा पहले कई संभावित हमलों को रोकने में सहायक रही है और उनके पास केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर ठोस खुफिया इनपुट हैं।
भाजपा पर साजिश रचने का आरोप
दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए भगवंत मान और आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर केजरीवाल को शारीरिक नुकसान पहुंचाने की साजिश रचने का आरोप लगाया। आतिशी ने कहा, “हमने चुनाव आयोग से औपचारिक रूप से सुरक्षा बहाल करने और पूर्व में हुए हमलों पर कार्रवाई की मांग की है। बीजेपी कार्यकर्ता और दिल्ली पुलिस मिलकर इस साजिश को अंजाम दे रहे हैं।”
आतिशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ता केजरीवाल पर हमले करते हैं और दिल्ली पुलिस, जो बीजेपी के नियंत्रण में है, उनकी सहायता करती है। उन्होंने कहा, “बीजेपी और दिल्ली पुलिस के गठजोड़ से यह साजिश की जा रही है। यह केजरीवाल की हत्या की साजिश का हिस्सा है।”
लगातार हमलों का दावा
भगवंत मान ने दावा किया कि केजरीवाल पर बार-बार हमले हुए हैं, जिनमें पत्थरबाजी, लाठीचार्ज और पेट्रोल धमकी शामिल हैं। उन्होंने कहा, “हमलावरों की पहचान के बावजूद, दिल्ली पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। ऐसा लगता है कि ऊपर से आदेश हैं कि केजरीवाल को डराया-धमकाया जाए और उनके चुनाव प्रचार को रोका जाए।”
पंजाब के सीएम ने कहा कि उनकी पुलिस इंटेलिजेंस ने कई मौकों पर दिल्ली और पंजाब में संभावित हमलों की जानकारी दी है और उन्हें सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान रोका भी है। लेकिन, केंद्र के आदेश पर पंजाब पुलिस की सुरक्षा हटा दी गई। उन्होंने आरोप लगाया, “पंजाब पुलिस ने दिल्ली पुलिस को सुरक्षा इनपुट दिए, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।”
पश्चिम बंगाल से तुलना
भगवंत मान ने पश्चिम बंगाल का उदाहरण दिया, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पंचायत चुनावों के लिए पंजाब पुलिस से 5,000 जवानों की मांग की थी। उन्होंने कहा, “यूपी, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के सुरक्षाकर्मी दिल्ली में तैनात होते हैं और उन्हें दिल्ली पुलिस तथा केंद्रीय बलों से अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है। लेकिन केजरीवाल के मामले में सुरक्षा हटाना एक साजिश है। जब राजनीतिक विरोधी केजरीवाल के एजेंडे या लोकप्रियता का मुकाबला नहीं कर पाते, तो वे डराने-धमकाने का सहारा लेते हैं।”
भाजपा के आरोपों का जवाब
भाजपा नेता प्रवेश वर्मा के पंजाब नंबर की गाड़ियों को लेकर की गई टिप्पणी पर मान ने कहा, “दिल्ली एक राष्ट्रीय केंद्र है, जो पंजाब से 300 किमी के दायरे में है। कई पंजाबी एनआरआई दिल्ली एयरपोर्ट से यात्रा करते हैं। क्या पंजाब नंबर की गाड़ियां खतरा हैं?”
मान ने भाजपा पर पंजाबियों के खिलाफ भेदभाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “गणतंत्र दिवस पर पंजाब की झांकी को खारिज करना भाजपा की पंजाब के प्रति नफरत को दर्शाता है। यह नफरत निंदनीय और विभाजनकारी है।”
भगवंत मान और आतिशी की चुनाव आयोग से अपील इस बात पर जोर देती है कि केजरीवाल की सुरक्षा देश के लोकतंत्र और राजनीतिक शुचिता के लिए जरूरी है। उन्होंने भाजपा पर साजिश के गंभीर आरोप लगाए और कहा कि राजनीतिक लोकप्रियता का मुकाबला हिंसा और धमकी से नहीं किया जाना चाहिए।