
पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) ने आज अमृतसर के पुलिस स्टेशन घरिंदा और पुलिस स्टेशन छेहर्ता का आकस्मिक दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य पुलिस की चल रही ऑपरेशनों की समीक्षा करना और जिले की तैयारियों का आकलन करना था।
डीजीपी ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और अधिकारीयों से बातचीत की और इलाके में चल रही गतिविधियों और ऑपरेशनों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों की मेहनत, अनुशासन और समर्पण को देखकर गर्व और संतोष व्यक्त किया।
“मैं बहुत गर्व महसूस करता हूँ कि हमारे पुलिसकर्मी किस तरह से सच्चे मन से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। उनका समर्पण और कठिन परिस्थितियों में भी काम करने की प्रतिबद्धता ही हमारे नागरिकों की सुरक्षा और विश्वास का कारण है,” डीजीपी ने कहा।
यह आकस्मिक निरीक्षण पंजाब पुलिस की कार्यकुशलता, जवाबदेही और पुलिस बल की मनोबल को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। डीजीपी ने पुलिस और जनता के बीच मजबूत रिश्तों की जरूरत पर बल देते हुए, समय रहते चुनौतियों का समाधान करने के महत्व को बताया।
पुलिसकर्मियों से बातचीत करते हुए डीजीपी ने स्थानीय कानून व्यवस्था, चल रही जांचों और विभिन्न इकाइयों के बीच समन्वय की स्थिति का मूल्यांकन किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों की तत्परता की सराहना की और कहा कि आधुनिक पुलिसिंग में निरंतर सीखना और तकनीकी रूप से सक्षम होना अत्यंत आवश्यक है।
“हर अधिकारी और फ्रंटलाइन कर्मी — आपका कठोर परिश्रम कभी नज़रअंदाज़ नहीं होता। आपकी सेवा ही हमारे लोगों के लिए आशा की किरण और राज्य की ताकत का स्तंभ है,” डीजीपी ने कहा।
उन्होंने पुलिसकर्मियों को उच्च मनोबल बनाए रखने, ईमानदारी, साहस और दृढ़ निश्चय के साथ काम करने की प्रेरणा दी और सार्वजनिक कल्याण की दिशा में कड़ी मेहनत करने की अपील की।
डीजीपी ने यह भी दोहराया कि पंजाब पुलिस शक्ति, लचीलापन और सार्वजनिक विश्वास का प्रतीक बनी रहेगी, और यह राज्य भर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने, साथ ही न्याय की स्थापना के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।
पंजाब पुलिस इस समय संगठित अपराध, मादक पदार्थों की तस्करी और असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। इस प्रकार के फील्ड दौरे यह सुनिश्चित करते हैं कि नेतृत्व जमीनी स्तर से जुड़ा रहे और प्रभावी, जनता-केंद्रित पुलिसिंग की दिशा में काम करता रहे।
Punjab Police हमेशा चौकस और समर्पित है।