पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (PCMSA) और पंजाब सरकार के बीच आज एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें डॉक्टरों की मांगों पर चर्चा की गई। यह बैठक सकारात्मक माहौल में संपन्न हुई और सरकार ने डॉक्टरों की सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है।
PCMSA के अध्यक्ष डॉ. अखिल ने बताया, “पंजाब सरकार के साथ हमारी मीटिंग बहुत ही अच्छे और सकारात्मक माहौल में हुई। हमारी सभी मांगों को सुना गया और तय समय में पूरा करने का आश्वासन दिया गया है। अगले 7 दिनों में पंजाब सरकार बताएगी कि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए क्या-क्या किया जाएगा। हमने तय किया है कि आज से हड़ताल खत्म होगी और ओपीडी की टाइमिंग सोमवार और मंगलवार को 2 घंटे बढ़ा कर लोगों की समस्याओं का हल करेंगे।”
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा, “हमने सभी मांगों को सुन लिया है और तय समय में सारी मांगें पूरी करने का आश्वासन दे दिया है। पिछले सरकार द्वारा किए गए मेडिकल सिस्टम में गड़बड़ी आज नुकसान पहुंचा रही है, हम सब कुछ ठीक करके लोगों को राहत देंगे। इन डॉक्टरों ने आज हड़ताल बंद करने की बात की है, आज से लोगों को मेडिकल सुविधा सही से मिलना शुरू हो जाएंगी। पिछले दिनों में डेंगू के केसों में बढ़ोतरी हुई है, इस पर जल्द लगाम लगाया जाएगा। लोगों से अपील है कि वे भी अपनी ओर से सावधानी बरतें।”
बैठक में निम्नलिखित अधिकारी और डॉक्टर मौजूद थे:
सरकारी अधिकारी:
1. कुमार राहुल, आईएएस, प्रशासनिक सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण।
2. डॉ. हतींदर कौर, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं पंजाब।
3. डॉ. पवनप्रीत कौर, निदेशक प्रोक्योरमेंट।
4. दिप्रवा लक्षरा, आईएएस, सचिव वित्त/विशेष सचिव (होम), निदेशक कल्याण विभाग, पंजाब।
डॉक्टर:
1. डॉ. अखिल सरीन, एसोसिएशन के अध्यक्ष।
2. डॉ. वरिंदर सिंह रियार, महासचिव।
3. डॉ. कमलजीत सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष।
4. डॉ. विश्वदीप गोयल, उपाध्यक्ष।
5. डॉ. अमृत वारिंग (डीएचएस चंडीगढ़), एसोसिएशन के प्रेस सचिव।
6. डॉ. मेटाब बल, मोहाली, एसोसिएशन के प्रेस सचिव।
डॉ. बलबीर सिंह ने यह भी कहा, “हमारे अस्पतालों में हमारा मरीज वीआईपी है, न कि डॉक्टर और हेल्थ मिनिस्टर। किसी को भी डॉक्टरों के साथ गलत बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डॉक्टरों और नर्सेज की भर्ती तेजी से करके जल्द ही सभी पदों को भर दिया जाएगा।”
डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त कर दी है, और मरीजों को अब पूरी तरह से चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी। ओपीडी की समयसीमा भी दो घंटे बढ़ा दी गई है ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो।