नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को भारतीय मूल के काश पटेल को संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक पद के लिए नामित किया। यह नियुक्ति उन्हें ट्रंप प्रशासन में सर्वोच्च रैंकिंग वाले भारतीय अमेरिकी बनाती है। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इस नियुक्ति की घोषणा करते हुए काश पटेल को एक कुशल वकील, बेहतरीन जांचकर्ता और “अमेरिका फर्स्ट” के समर्थक के रूप में वर्णित किया।
काश पटेल का परिचय
काश पटेल भारतीय अप्रवासियों के पुत्र हैं, जिन्होंने ट्रंप के पहले कार्यकाल में रक्षा और खुफिया मामलों में उच्च पदों पर काम किया। वह राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के डिप्टी के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और कार्यवाहक रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ भी रह चुके हैं।
काश पटेल का ट्रंप के प्रति निष्ठा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2019 में जब ट्रंप जनता के विरोध का सामना कर रहे थे, उन्होंने पटेल को शीर्ष सलाहकारों की एक बैठक में आमंत्रित किया। यह बैठक व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में आयोजित की गई थी, जिसमें पटेल की उपस्थिति ने उनकी स्थिति और ट्रंप के प्रति उनके विश्वास को रेखांकित किया।
नून्स मेमो और ट्रंप का समर्थन
2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप को लेकर चल रही जांच में काश पटेल ने चार पन्नों के एक ज्ञापन नून्स मेमो तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस ज्ञापन में उन तथ्यों को उजागर किया गया था जो ट्रंप के पक्ष में गए। इससे ट्रंप बेहद प्रभावित हुए और पटेल को उनकी टीम का महत्वपूर्ण सदस्य बना लिया।
ट्रंप का बयान
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में लिखा, “काश पटेल ने अपने करियर में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने, न्याय की रक्षा करने और अमेरिकी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की है। उनकी क्षमताएं एफबीआई को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान करेंगी।”
ट्रंप प्रशासन की तैयारियां
डोनाल्ड ट्रंप ने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में 295 चुनावी वोटों के साथ डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को हराया, जिन्होंने 226 वोट हासिल किए। यह ट्रंप का दूसरा कार्यकाल होगा। ट्रंप जनवरी 2025 में औपचारिक रूप से राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
अपनी जीत के तुरंत बाद ट्रंप ने अपनी टीम को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया तेज कर दी है। वह अपनी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा टीम में अनुभवी और भरोसेमंद लोगों को शामिल कर रहे हैं। काश पटेल की नियुक्ति इसी रणनीति का हिस्सा है।
भारतीय समुदाय के लिए गर्व का क्षण
काश पटेल की यह नियुक्ति भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का विषय है। इससे अमेरिकी राजनीति में भारतीय मूल के लोगों के बढ़ते प्रभाव का संकेत मिलता है। पटेल न केवल ट्रंप प्रशासन के भरोसेमंद सलाहकार हैं, बल्कि एक कुशल रणनीतिकार भी माने जाते हैं।
ट्रंप की चुनौतियां और रणनीति
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अमेरिका की विदेश नीति और आंतरिक सुरक्षा प्राथमिकता रहेंगी। एफबीआई के निदेशक के रूप में काश पटेल की भूमिका इन लक्ष्यों को हासिल करने में महत्वपूर्ण होगी। उनके अनुभव और ट्रंप के प्रति निष्ठा से एफबीआई को नई ऊर्जा मिल सकती है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
हालांकि, ट्रंप की इस घोषणा पर डेमोक्रेटिक पार्टी और अन्य विरोधियों ने सवाल उठाए हैं। विपक्ष का कहना है कि पटेल ट्रंप के अत्यधिक निष्ठावान हैं, जिससे उनके फैसले निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर सकते हैं।