अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों के साथ, डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस की ओर एक और कदम बढ़ाया है। ट्रंप को अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी मानते हुए, उन्होंने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर पद ग्रहण करने की ओर बढ़त बना ली है। इस दौरान भारतीय शेयर बाजार में भी तेजी देखने को मिली है। 6 नवम्बर को सैंसेक्स ने 800 अंकों की तेजी दर्ज की और 80,300 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में भी 250 अंकों की बढ़त रही, जो 24,460 के स्तर पर पहुंच गया है।
शेयर बाजार की गतिविधियाँ भी काफी सकारात्मक रही हैं। एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 5 नवम्बर को 2,569.41 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू निवेशकों (DIIs) ने 3,030.96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। सैंसेक्स के 30 स्टॉक्स में से 22 में बढ़ोतरी रही, जबकि 8 में गिरावट आई। वहीं, निफ्टी के 50 स्टॉक्स में से 43 में तेजी आई और 7 में गिरावट देखने को मिली। एनएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में भी तेजी बनी रही।
एशियाई बाजारों में भी तेजी
एशियाई बाजारों में भी सकारात्मक रुझान देखा गया। जापान का निक्केई 2.25 प्रतिशत बढ़कर कारोबार कर रहा था, वहीं कोरिया का कोस्पी 0.013 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। इसके अलावा, 5 नवम्बर को अमेरिकी डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 1.02 प्रतिशत बढ़कर 42,221 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स ने 1.23 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की और 5,782 पर समापन किया। नास्डैक में भी 1.43 प्रतिशत की तेजी रही और यह 18,439 पर पहुंच गया।
स्विग्गी और एसीएमई सोलर का आईपीओ
भारतीय शेयर बाजार में दो नई कंपनियों का आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश) भी शुरु हुआ है। स्विग्गी लिमिटेड और एसीएमई सोलर होल्डिंग्स लिमिटेड का आईपीओ 6 नवम्बर को खुला और निवेशक 8 नवम्बर तक इसमें बोली लगा सकते हैं। दोनों कंपनियों के शेयर 13 नवम्बर को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्ट किए जाएंगे।
सैंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन
5 नवम्बर को सैंसेक्स ने दिन के न्यूनतम स्तर 78,296 से 1,180 अंक की रिकवरी की और अंत में 79,476 के स्तर पर बंद हुआ। इसी दिन निफ्टी ने भी 23,842 के न्यूनतम स्तर से 371 अंकों की बढ़त हासिल की और 24,213 के स्तर पर बंद हुआ। सैंसेक्स के 30 शेयरों में से 21 में तेजी और 9 में गिरावट रही, जबकि निफ्टी के 50 शेयरों में से 39 में तेजी और 11 में गिरावट दर्ज की गई।
मेटल सेक्टर में वृद्धि
एनएसई के मेटल सेक्टर में सबसे अधिक 2.84 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इस दौरान, निवेशकों ने मेटल कंपनियों के शेयरों में काफी रुचि दिखाई, जो बाजार की मजबूती का संकेत देता है।
कुल मिलाकर, अमेरिकी चुनाव परिणामों के साथ भारतीय और वैश्विक बाजारों में तेजी रही है। यह संकेत है कि निवेशक ट्रंप की वापसी को सकारात्मक रूप में देख रहे हैं, वहीं भारतीय बाजार में घरेलू निवेशकों की सक्रियता भी बढ़ी है। साथ ही, स्विग्गी और एसीएमई सोलर के आईपीओ के कारण आगामी दिनों में और भी निवेशकों की भागीदारी की उम्मीद है।