ईडी ने राणा शुगर लिमिटेड की 22.02 करोड़ की संपत्ति जब्त की

पंजाब में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) 1999 की धारा 37A के तहत राणा शुगर लिमिटेड की 22.02 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त कर ली है। कंपनी पर आरोप है कि उसने विदेशों में अवैध रूप से विदेशी मुद्रा जमा की।
कौन हैं राणा शुगर लिमिटेड के मालिक?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कपूरथला से कांग्रेस विधायक राणा गुरजीत सिंह और सुल्तानपुर लोधी से विधायक राणा इंदर प्रताप सिंह इस कंपनी के मालिक हैं। दोनों विधायक और उनके कुछ परिवार के सदस्य कंपनी में शेयरधारक हैं।
ईडी ने क्यों की कार्रवाई?
गुरुवार रात ईडी द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि एजेंसी ने राणा शुगर लिमिटेड के प्रमोटरों, निदेशकों और शेयरधारकों के खिलाफ जांच शुरू की है।
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कंपनी पर आरोप है कि उसने ग्लोबल डिपॉजिटरी रसीद (GDR) जारी करके इससे मिली विदेशी मुद्रा को भारत वापस नहीं लाया।
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कुल GDR कमाई में से 2.56 मिलियन अमेरिकी डॉलर (22.02 करोड़ रुपये) भारत में वापस लाने के बजाय विदेश में ही रखे गए।
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यह FEMA 1999 की धारा 4 का उल्लंघन है।
क्या है ग्लोबल डिपॉजिटरी रसीद (GDR)?
ग्लोबल डिपॉजिटरी रसीद (GDR) एक प्रकार का वित्तीय साधन (financial instrument) है, जिसके जरिए कंपनियां विदेशों से फंड जुटाती हैं। कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होता है कि जो पैसा वे विदेशों से जुटाएं, वह भारत में इस्तेमाल किया जाए। लेकिन राणा शुगर लिमिटेड पर आरोप है कि उसने इस प्रक्रिया का दुरुपयोग किया।
क्या पहले भी हुई थी कार्रवाई?
यह पहली बार नहीं है जब राणा शुगर लिमिटेड विवादों में आई हो।
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पिछले साल, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने कंपनी पर 63 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था।
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SEBI के अनुसार, कंपनी ने कथित तौर पर कुछ संस्थानों को गलत तरीके से फंड ट्रांसफर किया था।
आगे क्या होगा?
ईडी ने इस मामले में अभी और जांच जारी रखने की बात कही है।
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अगर कंपनी पर लगे आरोप साबित होते हैं, तो शेयरधारकों और प्रमोटरों के खिलाफ और कड़ी कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
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इस मामले में राणा गुरजीत सिंह और राणा इंदर प्रताप सिंह की राजनीतिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है।
राणा शुगर लिमिटेड पर विदेशों में अवैध तरीके से पैसा रखने का आरोप है, जिसके चलते ईडी ने 22.02 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली। यह मामला पंजाब की राजनीति और उद्योग जगत के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। अब देखना होगा कि जांच में आगे क्या खुलासे होते हैं और ईडी की अगली कार्रवाई क्या होगी।