लुधियाना पश्चिम से आम आदमी पार्टी के विधायक स्वर्गीय गुरप्रीत बस्सी गोगी, जिनका 10 जनवरी को निधन हो गया था, को आज मॉडल टाउन एक्सटेंशन इलाके के गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में भोग और अंतिम अरदास के दौरान श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर हर वर्ग के लोग उपस्थित थे, जो उनकी लोकप्रियता और समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
राजनीतिक और सामाजिक नेताओं की उपस्थिति
इस श्रद्धांजलि सभा में पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां, कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा, हरदीप सिंह मुंडिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान की पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर समेत कई राजनीतिक और सामाजिक नेताओं ने हिस्सा लिया। सभी ने गुरप्रीत बस्सी गोगी को उनकी मेहनत, समर्पण और जनता के प्रति सेवा भावना के लिए याद किया।
गोगी: समाज सेवा का प्रेरणास्त्रोत
श्रद्धांजलि देते हुए नेताओं ने कहा कि गुरप्रीत बस्सी गोगी केवल एक विधायक नहीं, बल्कि समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत थे। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें जनता के बीच खास पहचान दिलाई। स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि गोगी का निधन न केवल उनके लिए एक व्यक्तिगत नुकसान है, बल्कि आम आदमी पार्टी और पूरे पंजाब के लिए एक बड़ी क्षति है।
सभी वर्गों का समर्थन
अंतिम अरदास में हर वर्ग के लोगों की उपस्थिति यह साबित करती है कि गुरप्रीत बस्सी गोगी को सभी धर्मों और समुदायों के लोगों का अपार सम्मान प्राप्त था। गोगी के प्रति यह सम्मान उनकी समाज सेवा और हर वर्ग की भलाई के लिए किए गए प्रयासों का नतीजा है।
परिवार ने जताया आभार
गुरप्रीत बस्सी गोगी के बेटे स्वराज ने परिवार की ओर से सभा में आए सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह परिवार के लिए बेहद कठिन समय है, लेकिन इस दुख की घड़ी में समाज के हर वर्ग का साथ मिलने से उन्हें सहारा मिला है।
पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने गोगी को पार्टी का एक प्रतिबद्ध और निष्ठावान सिपाही बताया। उनका कहना था कि गोगी की कमी को कभी भरा नहीं जा सकता। उन्होंने न केवल अपने क्षेत्र में विकास कार्यों को आगे बढ़ाया, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों के लिए हमेशा खड़े रहे।
निष्कर्ष
गुरप्रीत बस्सी गोगी का निधन पंजाब और उनकी पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी जनसेवा और समाज के प्रति समर्पण उन्हें हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रखेगा। उनकी अंतिम अरदास में हर वर्ग की उपस्थिति यह साबित करती है कि उन्होंने लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी। उनके द्वारा दिखाए गए जनसेवा के मार्ग पर चलकर ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है।