पंजाब में पर्यटन को बढ़ावा, ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण पर जोर

बठिंडा की झीलों के सौंदर्यीकरण पर विचार, प्रस्ताव आने पर होगी कार्रवाई
पंजाब सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंध ने जानकारी दी कि सरकार राज्य की ऐतिहासिक विरासत और पर्यटन स्थलों के संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
उन्होंने बताया कि पंजाब में धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के रखरखाव के लिए विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसके साथ ही, पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नए प्रयास किए जा रहे हैं।
बठिंडा की झीलों पर बनेगा प्रस्ताव
सदन में बठिंडा की झीलों के विकास और वहां फूड हब बनाने के संबंध में पूछे गए सवाल पर मंत्री सोंध ने कहा कि फिलहाल इस तरह की कोई योजना नहीं है, लेकिन इस पर विचार किया जा सकता है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि जिला प्रशासन (डीसी) स्तर पर प्रस्ताव बनाकर विभाग को भेजा जाता है, तो इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के हर संभव प्रयास कर रही है और उचित योजना आने पर इस प्रस्ताव पर भी गंभीरता से विचार किया जाएगा।
पंजाब में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार राज्य के पर्यटन स्थलों को और आकर्षक बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। ऐतिहासिक इमारतों और विरासत स्थलों के संरक्षण के साथ-साथ नई योजनाओं पर भी विचार किया जा रहा है।
पंजाब के कई स्थानों को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है। बठिंडा की झीलें भी राज्य के महत्वपूर्ण प्राकृतिक पर्यटन स्थलों में से एक हैं, और सरकार इनके विकास को प्राथमिकता देगी।
सरकार का विजन
➡️ ऐतिहासिक स्थलों का संरक्षण और सौंदर्यीकरण
➡️ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं
➡️ स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए पर्यटन स्थलों का विकास
➡️ बठिंडा की झीलों पर प्रस्ताव आने पर उचित कार्रवाई
सरकार का यह कदम न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगा। पंजाब की ऐतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक स्थलों को संरक्षित करने की इस पहल से राज्य की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद मिलेगी।