
अमृतसर में फिर से पुलिस और एक खतरनाक हेरोइन तस्कर के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान गुरप्रीत सिंह गोपी नाम का तस्कर गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया।
कैसे हुई मुठभेड़?
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के अनुसार, थाना कैंटोनमेंट पुलिस ने सिकंदरबीर सिंह सिकंदर और उसके साथी अरमानदीप सिंह अरमान को दो आधुनिक पिस्तौल, 25 जिंदा कारतूस और 285 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान, गुरप्रीत सिंह का नाम सामने आया, जो साघणा गांव का रहने वाला है। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।
गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उसने होली सिटी ड्रेन के पास एक पिस्तौल छुपा रखा था। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस उसे बरामदगी के लिए मौके पर ले गई। जैसे ही वह वहां पहुंचा, उसने छुपा हुआ पिस्तौल निकाला और पुलिस पर गोली चला दी।
पुलिस ने दिया जवाब, तस्कर घायल
पुलिस पार्टी का नेतृत्व कर रहे ए.एस.आई. अश्विनी कुमार ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई, जिससे गुरप्रीत सिंह घायल हो गया। पुलिस ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया।
पहले से हो रही थी छानबीन
गुरप्रीत सिंह एक बड़ा हेरोइन तस्कर है और उसके खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। पुलिस लंबे समय से उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। उसके पकड़े जाने के बाद, जब्त हेरोइन और हथियारों के बारे में जांच की जा रही थी।
पुलिस ने क्या कहा?
घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि यह मुठभेड़ पुलिस की मुस्तैदी का नतीजा है। उन्होंने बताया कि तस्करों और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और पंजाब को नशा मुक्त बनाने की मुहिम जारी रखी जाएगी।
अमृतसर में हुई इस मुठभेड़ ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। गुरप्रीत सिंह जैसे तस्करों को पकड़ना नशे के नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में सुरक्षा का माहौल मजबूत हुआ है और आम जनता ने राहत की सांस ली है।